रांची: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सरोज सिंह, लालू प्रसाद यादव को रिम्स निदेशक बगला में शिपट करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चारा घोटाल के सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को राज्य सरकार सजायाफ्ता कैदी नहीं, राजकीय अतिथि के तरह रखकर खातिरदारी में लगी है तथा जेल मेनवल का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है.
कोरोना संक्रमण के आड़ में पहले रिम्स के एक तल्ला उनीस रूम सहित उनके खतिरदारी में खाली रहा और अब उन्हें जेल परमिशन के आड़ में रिम्स निदेशक के बगला आवंटित कर शिपट कर दिया गया, जहां रसोइया से लेकर कई नौकर चाकर सारे उपलब्ध रहेंगे.
अगर जेल प्रशासन और राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में है एक सजायाफ्ता कैदी को ये सुविधा मुहैया कराना, तो सीधे उन्हें बिहार तेजस्वी यादव या राबड़ी देवी के बंगले में शिपट कर देना चाहिए, क्योंकि यहां और वहां में कोई अंतर नहीं है.
जब रिम्स में खुलेआम दरबार लगते है और मोबाइल से बाते करते उन्हें देखा गया. अखबारों और टी वी न्यूज में, तो यहा जेल मेनवल का क्या होगा समझ जा सकता है.
केवल लालू यादव को कोरोना का खतरा है, या राज्य के जेलों में बंद कैदियों के कोरोना से बचाव के लिए सरकार ने क्या क्या उपाय किए सरकार बताए, क्या राज्य में लालू अकेले कैदी है.
राज्य सरकार और जेल प्रशासन को अपर डिवीजन सजायाफ्ता कैदी के जेल मेनवल के निर्देशा अनुसार ट्रीट करना चाहिए न कि राजकीय मेहमान के तरह. न्यालय से आग्रह है कि इस पर सज्ञान लें.