लोहरदगा: उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने कहा कि गायों की बीमा के लिए लाभुकों को जागरूक किया जाए. लाभुकों को केसीसी जल्द उपलब्ध करायें. बैंक के अनुसार अग्रणी बैंक प्रबंधक को सूची उपलब्ध करा दें. गव्य विकास पदाधिकारी ने बताया कि 2460 लाभुकों को केसीसी दिया जाना है. उपायुक्त ने आदेश दिया कि लाभुकों को अच्छी नस्ल की गाय दें, ताकि पूरा लाभ हो. कृषि एवं संबद्ध विभागों की बैठक समीक्षा करते हुए उपायुक्तक ने उक्त निर्देश दिये.
आत्मा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस वर्ष लक्ष्य के विरूद्ध 6787 सैंपल कलेक्ट कर लिया गया है. उपायुक्त ने कहा कि जल्द से जल्द मिट्टी जांच सैंपल का लक्ष्य पूरा किया जाये. मिट्टी जांच में तेजी लायी जाय. साथ ही किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड भी दिया जाय. इसके लिए स्थल पर जाकर मिट्टी का सैंपल प्राप्त किया जाये.
भूमि संरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इसके अंतर्गत मिलने वाली योजनाओं यथा-पंप सेट वितरण, तालाब जीर्णोद्वार, तालाब निर्माण आदि के लिए सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ कर दें, ताकि योजना आते ही चयनित लाभुकों को योजनाओं का लाभ दिया जा सके. जहां योजनाओं की मांग है, वहां अवश्य लाभुक का चयन कर उसे लाभ दें.
कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अगस्त में केसीसी के 1152 आवेदन पत्र प्राप्त किये गये. 319 आवेदन बैंक में भेजे गये. उपायुक्त द्वारा आदेश दिया गया कि केसीसी के अधिक से अधिक आवेदन जेनरेट करें, ताकि किसान को ऋण लेने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो. खाद, उर्वरक को मनमाने मूल्य पर बेचे जाने की शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं, इसके लिए सघन जांच अभियान चलायें. शिकायत सहीं पाये जाने पर विक्रेता पर कार्रवाई भी करें.
पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि बकरी, कुक्कुट, सूकर पालन के लिए इच्छुक लोंगों का चयन कर प्रशिक्षण दें. छोटे-छोटे समूह में उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए प्रशिक्षण दें. पशुओं को गलघोंटू बीमारी से बचायें. किसानों को इस बीमारी के बारे जागरूक करें. टीकाकरण का कार्यक्रम चलायें. देशी मुर्गी पालन को बढ़ावा दें. बीमारी के समय में क्या करना है, उन्हें इसकी जानकारी अवश्य दें. विभाग से आवंटन प्राप्त हो जाने के बाद टीकाकरण अभियान प्रारंभ कर दें.
जेएसएलपीएस के जिला समन्वयक को आदेश दिया कि बकरी पालन के लिए जिन लाभुकों का चयन किया गया था, उन्हें जल्द से जल्द अच्छी नस्ल की बकरी उपलब्ध करायें, ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके. पॉल्ट्री के लिए भी विशेष गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए.