मुंबई: महाराष्ट्र पुलिस को नशे को लेकर बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. अफगानिस्तान से भारत लाई गई नशे की खेप को पुलिस ने नवी मुंबई में पकड़ा है. करीब 1,000 करोड़ रुपये के ड्रग को प्लास्टिक के पाइप में छिपाकर अफगानिस्तान से ईरान के रास्ते भारत में लाया गया.
ये पाइप इस तरह पेंट किए हैं ताकि ये बांस जैसे दिखाई दें. इन ड्रग की भार 191 किलोग्राम है, इसमें दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस और कस्टम अधिकारियों के साझा ऑपरेशन के तहत इतनी बड़ी खेप पकड़ी गई.
कस्टम अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने इसे आयुर्वेदिक दवा बताया और कहा है इसे ऐसे छिपाकर इसलिए लाया जा रहा है ताकि इसे खराब होने से बचाया जा सके. हालांकि जब अधिकारियों ने सख्ती से आरोपियों से पूछकताछ की तो दोनों ने ड्रग की बात कबूल कर ली.
इसके अलावा ड्रग के कागज तैयार करने वाले दो कस्टम अधिकारियों मुंबई से, एक इंपोर्टर और फाइनेंसर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. अब दोनों अपराधियों को मुंबई लाया जा रहा है. कस्टम एजेंट मीनानाथ बोडके और कोंडीभाऊ पांडुरंग गुंजाल को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया.
जिसके बाद कोर्ट ने इन दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. मीनानाथ बोडके ने बताया कि मोहम्मद नुमान नाम के शख्स ने उसे दिल्ली में इंपोर्टर सुरेश भाटिया से मिलवाया था. पूछताछ में पता चला कि भाटिया को इससे पहले भी ड्रग तस्करी में पकड़ा जा चुका है.