एलओसी पर पाकिस्तान के बैट हमले को नाकाम करते हुए सेना ने पांच से सात आतंकियों व पाकिस्तानी सैनिकों को शनिवार को मार गिराया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को इन शवों को लेने जाने का प्रस्ताव भेजा है। इसमें सेना ने पाकिस्तान से सफेद झंडे के साथ आने की बात कही है। हालांकि अभी तक पाक सेना की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के केरन सेक्टर में जवानों ने हमले को नाकाम करते हुए इन्हें मार गिराया। पाक की बैट में पाक सैनिक और आतंकी दोनों होते हैं। प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 36 घंटे में पाकिस्तान ने घाटी में शांति को बाधित करने और अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की कई कोशिशें कीं। इनमें एक बैट हमला भी था। घाटी में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चार दहशतगर्दों को मार गिराया गया।
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में 30 जुलाई को सीजफायर उल्लंघन की आड़ में घुसपैठ कर तीन आतंकियों को सेना ने मार गिराया था। इस बीच पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर गोलाबारी कर घुसपैठ की कोशिशें कराई जा रही हैं। बताया जा रहा है कि घाटी में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती के फैसले के बाद पाकिस्तान में बैठे आतंकी जम्मू-कश्मीर में बड़े आत्मघाती हमले की फिराक में हैं। सूत्रों के मुताबिक ये आतंकी पाकिस्तान के पेशावर और मुजफ्फराबाद में मौजूद हैं। ये आतंकी और पाक का बैट दस्ता सीमा पर तैनात सेना के जवानों पर हमला करने की भी फिराक में हैं।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जैश सरगना मसूद अजहर के भाई इब्राहिम अजहर को देखा गया है। सूत्रों के मुताबिक इब्राहिम अजहर अपने 15 आतंकी गुर्गों के साथ मरकज, सनान बिन सलमा, तरनब फार्म, पेशावर और खैबर पख्तूनख्वा के अलग-अलग आतंकी कैंपों में देखा गया। पख्तूनख्वा के जमरूद इलाके में इनकी ट्रेनिंग हुई है। इन 15 आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराने के लिए खास तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। इससे पहले अमरनाथ यात्रा को लेकर खुफिया सूचना के हवाले से आतंकी खतरे की बात कहते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें तीर्थयात्रियों को घाटी से जल्द से जल्द लौटने की सलाह दी गई थी।