लोहरदगा/रांची: झारखंड के लोहरदगा जिला मुख्यालय में गुरुवार सुबह दो जंगली हाथी घुस आये. घनी आबादी वाले क्षेत्र में जंगली हाथी के प्रवेश कर जाने से लोग डरे-सहमे नजर आए. हालांकि बाद में दोनों जंगली हाथी शांतिपूर्ण तरीके से वापस गांव-जंगल की ओर लौट गये.
लोहरदगा शहर में स्थानीय लोगों ने आज अहले सुबह 5.30 बजे दो जंगली हाथियों को गुदरी बाजार के पास हनुमान मंदिर के पास टहलते देखा. हनुमान मंदिर के पास लोगों ने जंगली हाथियों को देखकर लोगों ने वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर डाला. उसके बाद जब लोग हाथियों की तस्वीर लेने लगे तो दोनों हाथी लोहरदगा सदर थाना चले गए. पूरे सदर थाना क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद हाथी वापस गुदरी बाजार होते हुए शास्त्री चौक मुख्य पथ से गुजरकर निंगनी गांव की ओर चले गये .
इधर शहर में दो जंगली हाथियों के आने की सूचना के मिलने के बाद लोग जंगली हाथी देखने के लिए इधर उधर घूमते नजर आए. लोगों का कहना था कि दोनों हाथी काफी मस्ती की चाल में चल रहे थे और पूरे शहर को घूमने के बाद वे लोग सदर थाना गए और वहां से फिर गांव की ओर चले गए.
जंगली हाथी के शहर में प्रवेश की सूचना मिलने के साथ ही प्रशासन के साथ वन विभाग की टीम भी सक्रिय हो गई. प्रशासन की ओर से तुरंत लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहने, घर से बाहर नहीं निकलने और हाथी के पीछे नहीं जाने की अपील की जा रही थी.
जंगली हाथी शहर के कई क्षेत्र से गुजरते हुए निंगनी के रास्ते बगडू जंगल की ओर चले गए. जंगली हाथी के पीछे-पीछे पुलिस-प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी-कर्मी भी दिखे. शहर के कई इलाकों से गुजरने के बाद निंगनी की ओर जाते समय दोनों हाथी ने खेत से गुजरते समय कई किसानों की फसलों को रौंद कर बर्बाद कर डाला.
स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथी भूखे थे और सड़क किनारे पड़े कुछ वस्तुओं को खा भी रहे थे. शहर में हाथी आने की सूचना मिलने के बाद लोग रोमांचित भी थे और भयभीत भी थे . जिन लोगों ने हाथी को देखा वह तो तरह-तरह की बातें कर रहे थे लेकिन जो लोग नहीं देख पाए वे सोशल मीडिया के माध्यम से हाथी को देखकर गदगद हो रहे थे.
ज्ञात हो कि लोहरदगा जिला में पिछले 4 दिनों से विभिन्न गांवों में हाथी का आना-जाना लगातार जारी है .खेतों में लगी धान की फसल को हाथी नुकसान पहुंचा रहे है. जिसके कारण किसान परेशान है .किसानों की द्वारा हाथियों को भगाने का प्रयास किया जा रहा है तो उधर से हाथी गांव से निकलकर शहर की ओर आ गए हैं.