फलक शमीम
रांची : भारत में हर चौथा व्यक्ति भूखा सोता है और आकड़ों की माने तो हर साल 30 हजार करोड़ रुपए का खाना ऐसे ही बर्बाद हो जाता है. बर्बाद होने वाला ज्यादातर खाना रेस्टोरेंट, शादी पार्टी से होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए फीडिंग इंडिया संस्था की शुरुआत की गई है ,संस्था की ख़ास बात है कि इसमें युवाओं की एक टीम है जो शहर में ऐसी मुहिम चला रही है जिससे अब रेस्टोरेंट और पार्टी का खाना बर्बाद भी नहीं होगा और जरूरतमंद को भोजन भी मिलेगा.
फीडिंग इंडिया ने राजधानी रांची में फ़्रिज के रूप में फूड एटीएम लगाया गया है जिससे जरूरतमंद मुफ्त में खाना निकाल कर खा सकते हैं.
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फीडिंग इंडिया गैर-सरकारी संस्था है जो रेस्टोरेंट , शादियों और पार्टी जैसे ईवेंट्स से बचा हुआ भोजन इकट्ठा कर इसे ज़रूरतमंद लोगों तक पहुँचाती है. खासतौर पर वैसे लोगों तक इसके द्वारा खाना पहुंचाया जाता है जिनका कोई ठौर ठिकाना नहीं है. खुले आसमान के नीचे रेलवे स्टेशन , किसी दुकानों के कोने में या फिर फूटपाथ पर गुज़र बसर करते है. फीडिंग इंडिया की शुरुआत 2014 में हुई. टीम भारत के 85 से अधिक शहरों में काम कर रही है. आज झारखंड की राजधानी रांची में इसकी शुरुआत की गयी है. जिसमें कॉलेज के युवाओं को जोड़कर ग़रीब तक खाना पहुंचाने की मुहिम शुरू की जाएगी. फिलहाल संस्था रांची शहर में काम करेगी हालांकि आने वाले दिनों में इसका विस्तार किया जाएगा.