खास बातें:-
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शूटर अमन साव की फरारी का एफआईआर ही फर्जी
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सीनियर अधिकारियों से जल्द होगी पूछताछ
रांची: शूटर अमन साव के बड़कागांव थाना से फरार होने के मामले में जो एफआईआर दर्ज की गई थी, वही फर्जी है. अमन को थाना के गेस्ट हाउस में रखा गया था, जबकि एफआईआर में उसे थाना हाजत से फरार होने की बात कही गई है.
उसके फरार होने के मामले का अनुसंधान सीआईडी कर रही है. जांच में इस बात की पुष्टि की गई है कि अपराधी के फरार होने के बाद बड़कागांव थाना में जो मामला दर्ज किया गया था, वही गलत है.
बड़कागांव थाना के एक चौकीदार ने अपने बचाव में इसका खुलासा किया. साथ ही इस मामले में जल्द ही सीनियर पुलिस अधिकारियों के बयान भी सीआईडी रिकॉर्ड करेगी. अब अमन साव पुलिस की गिरफ्त में है, उससे भी पूछताछ की जाएगी.
क्या है एफआईआर
इस घटना में बड़कागांव थाना में कांड संख्या 169 /19 दर्ज किया गया है. इसमें कहा गया है कि उरी मारी थाना में दर्ज एक मामले में पूछताछ के लिए अमन को लाया गया था.
एफआईआर के मुताबिक, वह हाजत में बंद था. रात में 2:00 बजे उसने शौच जाने की इच्छा जताई थी, उसे शौचालय के लिए ले जाया जा रहा था कि उसने सुरक्षाकर्मी पर हमला कर दिया और फिर फरार हो गया.
तुरंत इस घटना की सूचना सभी पुलिस अधिकारी को दी गई, जबकि बड़का गांव के चौकीदार चंद्रिका पासवान ने एसडीपीओ के समक्ष कहा है कि अमन हाजत में नहीं था उसे थाना के गेस्ट हाउस में रखा गया था. वह गेस्ट हाउस से ही फरार हुआ है.
इस पूरे मामले में सीआईडी को कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे. साथ ही कई पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. जल्द ही इस मामले का खुलासा हो सकता है.