नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) ने बुनियादी ढांचे के विस्तार की योजना के अगले चरण की शुरुआत कर दी है. इस योजना के तहत आईजीआईए अगले तीन वर्षों में 10 करोड़ यात्री प्रति वर्ष (एमपीपीए) संभालने में सक्षम होगा. दिल्ली इंटरनेशनल लिमिटेड (डीआईएएल) ने योजना को लेकर आज खुलासा करते हुए बयान दिया कि एयरसाइड के 140 एमपीपीए की क्षमता संभालने के लिए परियोजना तैयार की गई है.
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3ए चरण के तहत परियोजना के जून 2022 तक पूरा होने की संभावना है.जारी किए गए बयान के अनुसार, “इस विस्तार के बाद दिल्ली हवाई अड्डा भारत का पहला ऐसा हवाई अड्डा बन जाएगा, जहां चार रन-वे और दोहरी उंचाई वाली ईस्टर्न क्रॉस टैक्सिवेज (ईसीटी) रहेगा. “