उपेंद्र सिंह
रांची
कांग्रेस में आपसी तल्खी कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. रांची महानगर कांग्रेस कमेटी को भंग किए जाने पर उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले की बातों से भी सुलह -सफाई वाली बात अभी तक दिखायी नहीं पड़ रही है. उपाध्यक्ष रणविजय सिंह और महासचिव पद से इस्तीफा देनेवाले जोगिंदर सिंह महानगर कमेटी भंग होने पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं. इनका कहना है कि जब कमेटी में कोई बचा ही नहीं तो इसको भंग करने का क्या मतलब है. महानगर अध्यक्ष ने डर से कमेटी भंग कर दिया है. लगभग सभी पदाधिकारी, सदस्य तो पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. ऐसे में वे कमेटी भंग कर अपनी लाज बचा रहे हैं.
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इसकी वजह भी है, महानगर कांग्रेस में सुबोधकांत सहाय की रांची कांग्रेस में पैठ दमदार है और उनके समर्थक सदस्य लगातार इस्तीफा देते जा रहे हैं. अब इस्तीफा देने की घोषणा करनेवालों को जोड़ दें तो उनकी संख्या 20 हो चुकी है. आगे भी सामूहिक इस्तीफा देने की तैयारी चल रही है. कुछ दिन से हर दिन पांच इस्तीफे दिए जा रहे हैं. अभी भी इस्तीफे का दौर जारी रहने वाला है. सुबोध कांत सहाय का भले ही आम लोगों में कम जनाधार की बात कही जाती हो, लेकिन उनकी हार के बावजूद भी उनके असर को समझा जा सकता है. बगावत को फैलने से रोकने के लिए आनन-फानन में महानगर कांग्रेस ने कमेटी ही भंग कर इसका पुनर्गठन का बहाना बनाकर लीपापोती की जा रही है ,जबकि कहा जा रहा है कि महानगर कांग्रेस पर अपनी पकड़ से ही सुबोधकांत सहाय का दबदबा कांग्रेस पर बना हुआ था. इसे भंग कर इस पर लगाम लगाने की कोशिश है.
सात से 15 दिनों में नयी कमेटी का गठन करने का मिला समय
महानगर कांग्रेस की नयी कमेटी का फिर से गठन करने के लिए, प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार और जोनल को-ऑर्डिनेटर अशोक चौधरी ने सात से 15 दिनों का समय दिया है. इसकी सूची पहले दे देने का निर्देश है. मतलब साफ है कि बागी तेवर वालों को अब जगह नहीं मिलेगी.
फिलहाल कमेटी में पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों की संख्या 126 है. नई कमेटी को और छोटा किया जायेगा. 50 सदस्य नई कमेटी में रखे जायेंगे.
इधर, उपाध्यक्ष उदय प्रताप की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में नयी कमेटी का गठन करने के लिए महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय को ही अधिकृत किया गया है. इससे पुराने कार्यकर्ताओं को संगठन में बेहतर जगह दी जायेगी. जिससे उनके अनुभव का लाभ दल का जनाधार बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो सके साथ ही आगामी कार्यक्रम में जन समस्याओं को लेकर लगातार आंदोलन शुरू रहेगा. महानगर क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले चारों विधानसभा क्षेत्र की जनसमस्याओं को लेकर विधायकों के खिलाफ आंदोलन चला कर कांग्रेस के पक्ष में हवा बनाई जाएगी.