रांची: रांची के पिठौरिया में है ऐसा महल जहां हर बार गिरती है बिजली, वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए की क्या है इसकी असली वजह. यूं तो भारत में कई ऐसी रहस्यमयी जगहें हैं.
झारखंड की राजधानी रांची से 18 किमी दूर पिठौरिया स्थित एक ऐसे किले के बारे में बताने जा रहे हैं, जो शापित है. हर साल इस किले पर आसमान से बिजली गिरती है.
एक बार बिजली गिरना समझ आता है, जोकि एक प्राकृतिक घटना है… लेकिन हर साल एक ही जगह पर बिजली गिरना किसी रहस्य से कम नहीं है.
इस गांव के लोगों का कहना है कि ये किला शापित है, कई साल पहले इस किले को श्राप मिला था इस वजह से इस पर हर साल बिजली गिरती है.
आखिर किसने क्या और क्यों दिया श्राप?आइये जानते हैं.
👉 200 साल पुराना है यह किला:
ये किला लगभग 200 साल पुराना है. किसी जमाने में ये किला 100 कमरों का एक विशाल और खूबसूरत महल हुआ करता था. ये महल राजा जगतपाल सिंह का हुआ करता था.
इन्होंने रांची से 18 किलोमीटर दूर स्थित पिठौरिया गांव (जहां ये किला स्थित है) में व्यापार से लेकर संस्कृति आदि तक में चहुमुखा विकास किया था. वहां के लोग उन्हें काफी पसंद किया करते थे. लेकिन उनकी कुछ गलतियों के कारण अब उनका ये खूबसूरत महल एक डरावना शापित किला बनकर रह गया है.
👉 गांव वाले बताते हैं ये कारण:
कहा जाता है कि 1857 की क्रांति के दौरान राजा जगतपाल सिंह ने स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ जाकर अंग्रेजों की मदद की थी. वह क्रांतिकारियों की हर गतिविधियों की जानकारी अंग्रेजों तक पहुंचाते थे.
उनकी इस हरकत से क्रांतिकारी बेहद ही क्रोधित हुए और अपने अन्य साथियों के साथ क्रांतिकारी ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उन्हें सबक सिखाने पिठौरिया पहुंचे और वहां आक्रमण कर दिया. लेकिन बाद में वह सभी गिरफ्तार हो गये और राजा जगतपाल की गवाही के कारण उन्हें 16 अप्रैल 1852 में फांसी दे दी गई.
हालांकि, वैज्ञानिक इस जगह बिजली गिरने के अलग ही कारण बताते हैं. उनका कहना है कि यहां मौजूद ऊंचे पेड और पहाड़ों में लौह अयस्क की मात्रा ज्यादा है जिस वजह से आसमान की बिजली यहां आकर्षित हो जाती है और गिरती है.
लेकिन ग्रामीणों का मानना है कि यह शापित महल है इसलिए हर साल यहां बिजली गिरती रहती है. बहरहाल कहीं न कहीं यह एक रहस्य तो जरूर है कि आखिर एक ही भवन में हर बार बिजली क्यों गिरती है.
👉 विश्वनाथ शाहदेव ने दिया था श्राप:
बताया जाता है कि फांसी से पहले विश्वनाथ शाहदेव ने राजा जगतपाल सिंह को श्राप दिया था कि आनेवाले समय में जगतपाल सिंह का नाम लेने वाले इस दुनिया में कोई नहीं रहेगा और उनके इस खूबसूरत किले पर हर साल बिजली गिरती रहेगी… ये तब-तक होगा जब-तक किला पूरी तरह से तबाह नहीं हो जाता.