शशि भूषण दूबे कंचनीय,
लखनऊ: कौशाम्बी चायल तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा घुरी गांव में पंचायत भवन बनाने के लिए ग्राम प्रधान के अंडर में आया है पंचायत भवन निर्माण को जहा पर लेखपाल ने नाप किया है. वहां पर नहीं बना रहे हैं जो दूसरे जगह निर्माण किया जा रहा है. इस तरह से बंजर भूमि पर लेखपाल व बीडीओ ने जहां पर नाप किये हैं वहां क्यों नहीं बनाया जा रहा है. क्यों दूसरी जगह निर्माण किया जा रहा है. क्या ग्राम प्रधान ने पंचायत भवन के आड़ से उस जमीन पर कब्जा कर रहा है. आला अफसरों को गुमराह करने में ग्राम प्रधान बहुत आगे निकल चुका है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लेखपाल व बीडीओ ग्राम प्रधान की मौजूदगी में पंचायत भवन की जमीन को निश्चित किया गया है लेकिन वहां पर निर्माण नहीं किया जा रहा है और दूसरे जगह पर निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है. इस तरह यह लगता है कि ग्राम प्रधान की नियत खराब हो चुकी है और उस जमीन पर पंचायत भवन के नाम पर बनवा रहा है जहां पर कुल गांव मिला कर जानवरों की पूजा करते हैं और उस जमीन पर क्यो बनवाया जा रहा है जहां पर लेखपाल ने नाप किया है वह क्यों नहीं बनवाया जा रहा है गांव वालों का कहना है कि ग्राम प्रधान व लेखपाल की मिली भगत से उस जमीन को ग्राम प्रधान हड़पना चहता हैं और कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं.
क्या एक बार उपजिलाधिकारी व जिलाधिकारी की नजर घुरी गांव की ओर पड़ेगी या फिर ग्राम प्रधान उस जमीन पर अपना घर बना लेगा यह एक जांच का विषय है और पंचायत भवन की निर्माण क्यों वहां नही किया जा रहा है. दूसरी जगह पर क्यों निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है, किसके आदेश पर और किस अधिकारी ने दूसरे जगह पर आदेश दिया है कि जहां पर कुल गांव मिलकर पूजा अर्चना करते हैं वहां पर क्यों निर्माण कर रहे हैं.
लोगों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने इसी तरह से तालाब में घर भी बना लिया है और इसके ऊपर क्या कोई अधिकारी ध्यान नहीं देगे और लेखपाल व अधिकारी कहा चले गए हैं जो कि कुछ महीने पहले घुरी गांव में गरीबों के घर गिरा कर अपना नाम कमाया था और गरीब परिवार वेघर हो चुके हैं लेकिन क्या ग्राम प्रधान ने तालाब में घर बनाये हुए हैं और तालाब में बने घर की ओर कोई अधिकारी का ध्यान आकर्षित नहीं हो रहा है.