जोधपुर: जोधपुर फिर शर्मसार हुआ है. इस बार ऐसी घिनौनी घटना सामने आई है कि हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाए. घटना राजीव गांधी नगर थाना इलाके की है. जहां पर एक पंद्रह साल की बच्ची से छह जनों ने दुष्कर्म किया. सबसे बड़ी बात है कि यह बच्ची एक और दरिंदे का शिकार हो गई. भाग कर पुलिस थाने पहुंची और अपनी आपबीती रोते हुए सुनाई. बच्ची ने एक एक कर 6 लोगों की करतूतें बताई. पुलिस उसकी बातें सुनकर हतप्रभ रह गई. तुरंत आलाधिकारियों को सूचित किया गया. फिर केस दर्ज करने के साथ उन लोगों की तलाश शुरू की गई जिन्होंने यह घिनौनी करतूत की.
थाने पहुंच कर बच्ची ने बताई आपबीती:
बच्ची अब इतनी डरी है कि वह घर जाने से मना कर दिया. फिर उसे मंडोर बालिका गृह भिजवाया गया. एसीपी नीरज शर्मा ने बताया कि राजीव गांधी नगर इलाके में रहने वाली 15 साल की एक बच्ची रोते ही खुद ही थाने पहुंची. इस बच्ची के थाने में आने का कारण पूछा गया तो पुलिस कर्मियों की आंखे खुली रह गई. दरअसल यह घटना शुरू हुई लॉक डाउन में. इस बच्ची के पड़ोस में रहने वाले 12 साल के एक बालक ने पहले दोस्ती की. फिर इस बालक ने अपने कुछ दोस्तों को दोनों की दोस्ती के बारे में बताया.
नाबालिग के साथ 6 जनों ने की दरिंदगी:
फिर यहां से इस बच्ची के साथ घिनौना खेल शुरू हुआ. इस खेल में फिर दो युवक भी शामिल हो गए. 12 साल के बच्चे को उसके साथी उकसाते रहे. फिर बच्ची को डराया धमकाया कि उसने दोस्ती है जिसकी जानकारी उसके घरवालों को दे देंगे. तब पहली बार उससे दुष्कर्म हुआ. फिर धीरे धीरे बात बढ़ती गई और उसके बच्ची से एक एक कर दुष्कर्म हुआ. कुल छह जनों ने दुष्कर्म किया. इस बच्ची से एक युवक ने दुष्कर्म किया. वह अपने छोटे भाई को ढूंढने आस पड़ोस में गई. तब पड़ोसी युवक ने कहा कि उसका भाई मेरे यहां पर है. तब वह उसने इस बच्ची से दुष्कर्म किया. इतने में बच्ची की मां उसे ढूंढते हुए आई. उस युवक के घर पर पहुंची. तब बच्ची और युवक दोनों घबरा कर बाहर आए.
बच्ची को भिजवाया चाइल्ड हेल्प लाइन की मदद से बालिका गृह :
महिला ने अपने बेटे के बारे में पूछा तो कहा कि वो तो घर के बाहर ही है. मगर मां को देख कर यह बच्ची बुरी तरह घबरा गई. वह रोते हुए सीधे भागते हुए राजीव गांधी नगर थाने पहुंच गई. थानाधिकारी जयकिशन सोनी ने बताया कि बच्ची से चार नाबालिगों और दो युवकों ने दुष्कर्म किया है. यह किस्सा लॉक डाउन से शुरू हुआ जो अब तक चल रहा था. बच्ची ने कई बार अपने घर पर भी कहा, मगर उसकी सुनी नहीं गई. मां पिता भी लोक लाज में चुप रह गए.
थानाधिकारी जयकिशन सोनी ने बताया कि इस बच्ची का तुरंत मेडिकल करवाया गया. साथ ही उसे मां के साथ भेजने को कहा गया. मगर यह बच्ची इस कदर डरी है कि उसने घर जाने से ही इनकार कर दिया. वह दिवारों से चिपट कर रोने लगती है. तब उसे बाद में चाइल्ड हैल्प लाइन की मदद से बालिका गृह भिजवाया गया.