फलक शमीम
राजधानी रांची के एक बड़े हिस्से में बुधवार को जलापूर्ति नहीं की गयी. पीने का पानी नहीं मिलने से लोग इधर-उधर से पानी की जरूरत पूरा करते दिखे. अधिकतर इलाकों पर ट्यूबवेल और नगर निगम के बोरवेल के अलावा पानी की जार खरीद कर लोगों ने अपनी जरूरतें पूरी की. पानी सप्लाई नहीं आने के कारण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है.
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रांची के 25 वार्डों में होती है जलापूर्ति :
रूक्का डैम से पीने के पानी की आपूर्ति सीधे बूटी जलागार, एचइसी, कोकर-कांटाटोली-बहुबाजार-निवारणपुर-कडरू-अशोकनगर, बूटी मोड़ क्षेत्र-मोरहाबादी-लालपुर-डंगराटोली-हिंदपीढ़ी-पहाड़ी मंदिर तक की जाती है. वहीं नये स्तर पर तीन पाइपलाइन बिछाये गये हैं. इसमें एचइसी लाइन, मोरहाबादी और रातू रोड तक के इलाकों को कवर किया गया है. रूक्का से वाया बूटी जलागार से रिम्स, बरियातू हाउसिंग कालोनी, पूरा बूटी मोड़ इलाका, खेलगांव-टाटीसिलवे, मोरहाबादी, करमटोली, ओल्ड एचबी रोड, हजारीबाग रोड, डंगराटोली, बहु बाजार, हिंदपीढ़ी, पुरानी रांची, अपर बाजार, यूनिवर्सिटी कालोनी, चुटिया, कडरू, अशोकनगर, अरगोड़ा कालोनी, डोरंडा, समेत अन्य हिस्सों में जलापूर्तिं की जाती है.
क्यों ठप है जलापूर्तिं :
रूक्का डैम के पास नये और पुराने वाटर ट्रीटमेंट के बीच इंटरलिंकिंग की वजह से पीने का पानी सप्लाई नहीं हो सका. पेयजल और स्वच्छता विभाग की पूरी टीम आज रुक्का डैम में जमी हुई है. पुराने प्लांट से एचइसी, टाटीसिलवे, हिंदपीढ़ी-कोकर-लालपुर और बूटी लाइन से शहर में जलापूर्ति की जाती थी. वहीं एलएनटी कंपनी की ओर से बनाये गये फेज-1 जलापूर्ति योजना में तीन नये लाइन शहरी क्षेत्र में बिछाये गये हैं. इंटरलिंकिंग का काम पूरा होने से शहरवासियों को नियमित रूप से पीने का अबाधित सप्लाई मिल सकेगा. विभाग के सुवर्णरेखा प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता प्रभात कुमार ने बताया कि दोनों प्लांटों के बीच इंटरकनेक्शन वृहस्पतिवार के सुबह 10 बजे तक पूरा कर लिया जायेगा. इसमें सभी सातों मुख्य जलापूर्ति पाइपलाइन को जोड़ा जा रहा है.