पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का बुधवार शाम को लोधी रोड पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। गुरुवार को उनकी बेटी बांसुरी स्वराज ने ब्रजघाट में अस्थियां विसर्जित की। इसके लिए प्रशासन से लेकर भाजपा कार्यकर्ता ने पूरी तैयारी कर ली थी। ब्रजघाट पर कार्यक्रम को लेकर टेंट लगाया गया। ब्रजघाट स्थित गंगा में बृहस्पतिवार सुबह पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अस्थियां विसर्जित की गई। सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज अस्थि कलश लेकर पहुंचीं थीं। इस मौके पर सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल भी मौजूद थे। यहां भाजपा नेता और कार्यकर्ता अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित करने के लिए आतुर थे। मंगलवार रात पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दिल्ली में निधन हो गया था। बुधवार दोपहर उनके पार्थिव शरीर का दिल्ली में अंतिम संस्कार किया गया। बुधवार देर रात सूचना मिली कि सुषमा स्वराज की अस्थियों को ब्रजघाट लाया जाएगा। वहीं जिला प्रशासन के पास कार्यक्रम आते ही अफसरों ने तैयारियां शुरू कर दीं। बृहस्पतिवार सुबह अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव, अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार मिश्रा, एसडीएम गढ़मुक्तेश्वर राममूर्ति त्रिपाठी, डिप्टी कलेक्टर विजय वर्धन तोमर और भारी पुलिस बल पहुंच गए।
अफसरों ने पैदल गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। तैयारियों के लिए पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पर विशेष टैंट लगाया गया था। सुबह करीब 10 बजकर 10 मिनट पर सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज हाथों में अस्थि कलश लेकर ब्रजघाट पहुंचीं। उनके साथ सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल भी मौजूद थे।यहां पहले से ही भाजपा नेताओं की भीड़ लगी हुई थी। हर कोई उनके अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने में लिए आतुर दिखा। गेस्ट हाउस पर लगे टेंट में अस्थि कलश को श्रद्धांजलि देने के लिए रखा गया था।
इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु मित्तल, नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से सांसद राजेंद्र अग्रवाल, जिलाध्यक्ष डॉ. विकास अग्रवाल, हापुड़ विधायक विजयपाल आढ़ती, गढ़ विधायक डॉ. कमल सिंह मलिक, गढ़ नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष सोना सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। यहां से अस्थि कलश को नाव में लेकर परिवार के लोग बीच गंगा में पहुंचे। जहां उनका विधि विधान के अनुसार अस्थियां विसर्जित की गईं।