-हर काम के लिए अलग टीम काम करती है
-वार्ड पार्षद खुद करती हैं मॉनिटरिंग
रांची: अपना वार्ड स्वच्छ और सुंदर रहे इस उद्देश्य को लेकर हर वार्ड पार्षद अपने-अपने तरीके से काम कर रहे हैं. लेकिन, वार्ड नंबर-19 की पार्षद रोशनी खलखो ने कुछ अलग तरीका ही अपनाया है. उन्होंने अपने वार्ड से संबंधित एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया है जिसमें करीब 181 लोग जुड़े हुए हैं. इस ग्रुप में हर क्षेत्र से जुड़े लोगों के अलावा उनकी टीम में काम करने वाले लोग भी हैं.
सुबह छह बजे से ही यह ग्रुप एक्टिव हो जाता है. पार्षद की टीम में कई सूपर वाइजर भी हैं. जो ग्रुप में आने वाली हर समस्याओं की सूची बनाते हैं. सारी समस्याओं की मॉनिटरिंग वार्ड पार्षद रोशनी खलखो खुद करती हैं. हर तरह की समस्याओं के लिए अलग-अलग लोग हैं. सबकी जवाबदेही भी तय है. किन्हें कौन सा काम करना है वो तय है.
इस ग्रुप में हर समस्याओं से संबंधित लोगों को जिम्मेदारी दे दी जाती है. शाम को एक बार सारी समस्याओं की सूची लेकर पार्षद खुद उसकी समीक्षा करती है. ताकि, ये पता चल सके कि कौन-कौन से काम हो गये हैं और कौन सा काम नहीं हुआ है. अगर काम नहीं हुआ है तो उसकी वजह भी पूछी जाती है. काम होने के बाद सुपरवाइजर व्हाहट्सअप ग्रुप में उसकी तस्वीरें शेयर कर देते हैं.
कुल 30-40 लोगों की टीम काम करती है:
इस ग्रुप से अलग 30 से 40 लोगों की टीम काम करती है. जो सभी कार्यों पर नजर रखते हैं. इनमें महिला समिति, सफाई संबंधी, इंजीनियरिंग, लाइट, पानी, राशन कार्ड, आवास आदि शामिल है. सभी लोगों को जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
क्या कहती हैं वार्ड पार्षद:
वार्ड नंबर 19 की पार्षद रोशनी खलखो का कहना है कि ग्रुप बन जाने से वार्ड से जुड़े शिकायतों की जानकारी पल-पल मिल जाती है. जिससे काम करने में आसानी होती है. समस्या की जानकारी मिलते ही टीम वहां भेज दी जाती है और काम होने के बाद उसकी तस्वीर ग्रुप में शेयर कर दी जाती है ताकि, उसकी सूचना ग्रुप के हर व्यक्ति को मिल सके.