नई दिल्ली: विपक्ष की राजनीति दिशाहीन बताते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जब उनके पास कृषि विधेयक व अन्य मुद्दों पर अपना विचार देने का मौका था तब उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया. संसद के मानसून सत्र में अनेकों विधेयक पारित हुए उसमें कृषि विधेयक और प्रवासी मजदूरों के लिए तीन विधेयक भी शामिल हैं जिसपर विपक्ष द्वारा सख्त ऐतराज जताया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा, ‘कल ( बुधवार) को प्रवासी मजदूरों के लिए तीन विधेयक पारित किए गए . तीनों विधेयक इन मजदूरों के वेतन सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षा देने वाले हैं, आजादी के 73 साल बीत गए , ये तीनों सुरक्षा नहीं मिली, आज मिल रही हैं… विपक्ष ने इसका विरोध किया. जो काम करना चाहिए था नहीं किया और अब दोष दे रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘जिस तरह विपक्ष पेश आया वो लज्जा का विषय है, उन्होंने राज्यसभा को शर्मसार कर दिया. उन्हें डिवीजन चाहिए था, उपसभापति ने लगातार कहा कि आप अपनी सीट पर जाओ. डिवीजन मांगो, मैं दूंगा. अब हर जगह जाकर शिकायत कर रहे हैं. ये चोरी और सीनाजोरी का मामला हो गया.’ बता दें कि महामारी के प्रकोप को देखते हुए सत्र को मात्र दस दिनों में ही बुधवार को खत्म कर दिया गया.