छतरपुर से पांच बार विधायक रह चुके हैं राधा कृष्ण किशोर
रांचीः राधाकृष्ण किशोर कांग्रेस, जदयू, भाजपा , आजसू के बाद अब एक बार फिर से पाला बदलते हुए राजद का दामन थाम लिया है. राधा कृष्ण किशोर पांच बार छतरपुर से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर 1980, 1985, 1995 का विधानसभा चुनाव जीता था.
अलग झारखंड बनने के बाद राधा कृष्ण किशोर जदयू के टिकट पर 2005 का विधानसभा चुनाव जीता. फिर राधा कृष्ण किशोर भाजपा में शामिल हो गए और 2014 का विधानसभा चुनाव जीतकर पांचवी बार विधायक बने. फिर आजसू से भाग्य आजमाया. लेकिन वे चुनाव हार गए.
गुरुवार को राधाकृष्ण किशोर ने रांची में आयोजित एक मिलन समारोह में राधाकृष्णक ने राजद का दामन थाम लिया. चार दिन पहले राधाकृष्ण किशोर ने केली बंगले में रह रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी. उसके बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थी कि राधाकृष्ण राजद में शामिल हो सकते हैं.
राजद में शामिल होने के मौके पर राधाकृष्ण ने कहा कि समय, काल और परिस्थितियों के अनुरूप राजद में शामिल होने का निर्णय लिया है. राधाकृष्ण ने कहा कि व्यक्ति खुद का प्रबंधक होता है और उसे अपने जीवन का मैनेजमेंट खुद करना पड़ता है. कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि राजद के कार्यकर्ता, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, प्रदेश अध्यूक्ष अभय सिंह आदि के साथ मिलकर राज्य में राजद को और मजबूत करें.
2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने छतरपुर से इनका टिकट काट दिया था. इसके बाद इन्होंने नाराज होकर आजसू का दामन थाम लिया था. आजसू ने उन्हें यहां से प्रत्याशी बनाया था. राधाकृष्ण भाजपा के मुख्य सचेतक भी रह चुके हैं. राधाकृष्ण किशोर पलामू के बड़े नेता माने जाते हैं. इन्होंने झारखंड विधानसभा और उससे पूर्व बिहार विधानसभा में उत्कृष्ट विधायक का सम्मान प्राप्त किया है.