वाराणसी: राजस्व गांवों की आबादी वाली जमीनों की घरौनी खतौनी की तर्ज पर तैयार की गई है. स्वामित्व योजना के तहत बनने वाली घरौनी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाभार्थियों को सौंपेंगे. इस घरौनी (ग्रामीण आवासीय अभिलेख) में आवासीय संपत्ति का पूरा ब्योरा दर्ज होगा.
स्वामित्व योजना के अंतर्गत तैयार किए गए प्रॉपर्टी कार्ड का डिजिटल वितरण रविवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा जिले के राजस्व विभाग एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ वेब लिंक पर कार्यक्रम को देखेंगे.
जिलाधिकारी ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी समेत 37 जिलों में स्वामित्व योजना के तहत घरौनी का वितरण किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के बाद जनप्रतिनिधियों एवं जनपदस्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में लाभार्थियों को भौतिक रूप से भी प्रॉपर्टी कार्ड की हार्ड कॉपी वितरित की जाएगी.
जिलाधिकारी ने तहसील राजातालाब के सेवापुरी विकास खंड के राजस्व ग्राम महाराजपुर में जिला लेखा परीक्षा अधिकारी राणा प्रताप सिंह, हिततापुर में खादी ग्रामोद्योग अधिकारी यूपी सिंह, रानिक्स में सहायक निदेशक सेवायोजन प्रभाशंकर शुक्ला, भोरखुर्द में क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी सुभाष यादव, देवापुर कला में चकबंदी अधिकारी शैलेंद्र दुबे, बीरमपुर में क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आरपी सिंह, रसुलहा में सहायक आयुक्त (सहकारिता) विनोद कुमार सिंह, मड़ैया में जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी राम नारायण यादव और राजस्व ग्राम किन्नूपुर में उपायुक्त स्वत: रोजगार विकास भवन सुरेश चंद्र केसरवानी की ड्यूटी लगाई गई है.
ऐसी होगी घरौनी
ग्रामीणों को पहली बार मिलने जा रही घरौनी में संपत्ति के स्वामी का जिला, तहसील, ब्लॉक, थाना, ग्राम पंचायत का नाम दर्ज होगा. ग्राम कोड और गांव के नाम का भी उल्लेख होगा. इसमें सर्वेक्षण वर्ष भी अंकित किया जाएगा. संपत्ति की आबादी गाटा संख्या और भूखंड संख्या भी दर्ज होगी.
प्रत्येक भूखंड का 13 अंकों का यूनिक आईडी नंबर भी इसमें अंकित किया जाएगा. संपत्ति के वर्गीकरण को भी इसमें दर्शाया जाएगा. ताकि पता चले कि संपत्ति किस श्रेणी या उप श्रेणी की है. आवासीय भूखंड का क्षेत्रफल (वर्ग मीटर में) और उसकी सभी भुजाओं की संख्या और उनकी लंबाई भी घरौनी में दर्ज होगी. भूखंड की चौहद्दी का भी इसमें उल्लेख होगा.