अमृतसर: 30 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के दर्शन के लिए आने वाली सिख संगत को पाकिस्तान सरकार ने अपनी कोरोना रिपोर्ट साथ लाने के आदेश दिए हैं.
वहीं कोरोना के कारण पाकिस्तान सरकार ने इस बार यात्रा को गुरुद्वारा ननकाना साहिब तक ही सीमित कर दिया है. इस बार संगत को मात्र पांच दिन का वीजा जारी होगा. इससे पहले पाकिस्तान सरकार भारतीय श्रद्धालुओं को श्री ननकाना साहिब सहित अन्य गुरुद्वारा साहिबान के दर्शन करने के लिए दस दिन का वीजा जारी करती रही है.
पाकिस्तान सरकार भारत से जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए 27 नवंबर को वाघा सीमा खोल देगी. इसी रास्ते से श्रद्धालु पाकिस्तान जा सकेंगे. भारत-पाकिस्तान के बीच फरवरी 2019 से समझौता एक्सप्रेस सहित आवाजाही के सभी रास्ते बंद हैं. वहीं करतारपुर कॉरिडोर इस साल मार्च से बंद है. पीएसजीपीसी 30 नवंबर को गुरुद्वारा ननकाना साहिब में प्रकाश पर्व पर धार्मिक समागमों का आयोजन करेगी.
एसजीपीसी ने 18 अक्तूबर तक मांगे श्रद्धालुओं के पासपोर्ट
एसजीपीसी ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं को अपने पासपोर्ट 18 अक्तूबर तक यात्रा दफ्तर में जमा करवाने के आदेश दिए हैं. एसजीपीसी प्रवक्ता कुलविंदर सिंह रमदास के अनुसार श्रद्धालु अपने पासपोर्ट के साथ-साथ इलाके के एसजीपीसी सदस्य की सिफारिशी चिट्ठी, तीन फोटो, पहचान पत्र, आधार कार्ड, वोटर कार्ड या राशन कार्ड की कॉपी भी साथ जमा करवाएं. कोरोना वायरस के कारण इस बार सिख धर्म के स्थापना दिवस बैसाखी के पर्व, शेरे-ए-पंजाब महाराजा रंजीत सिंह की बरसी के साथ-साथ श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी पर्व पर संगत पाकिस्तान नहीं जा पाई.