खास बातें:-
– श्री पब्लिकेशन एंड स्टेशनर्स के दस्तावेज फर्जी, काली सूची में डालें
– मेयर आशा लकड़ा ने कई खामियां गिनायीं
रांची: मेयर आशा लकड़ा ने श्री पब्लिकेशन एंड स्टेशनर्स प्रालि द्वारा टेंडर में डाले गये दस्तावेजों को फर्जी बताया है. मेयर ने कहा कि कंपनी द्वारा जो दस्तावेज जमा किये गये हैं उसमें कई तरह की खामियां पायी गयी हैं. उन्होंने कई खामियां भी गिनायीं. उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि कानूनी व तकनीकी मंतव्य में पायी गयी खामियों के आधार पर श्री पब्लिकेशन एंड स्टेशनर्स प्रालि को काली सूची में डालें.
उन्होंने कहा कि उक्त एजेंसी ने फर्जी दस्ताेवेज के आधार पर टेंडर हासिल किया है. मेयर आशा लकड़ा शुक्रवार को बैठक में लाये गये एजेंडों के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी रही थीं. मेयर ने कहा कि रांची नगर निगम में कार्यपालिका और विधायिका दोनों है. ऐसे में नगर आयुक्त का यह दायित्व है कि वह कार्यपालिका और विधायिका के बीच चेक इन बैलेंस बनाकर रखें. रांची नगर निगम ऑटोनॉमस बॉडी है. यहां नगर परिषद की बैठक में ही किसी प्रकार के निर्णय लिए जाते हैं. विभागीय निर्देश या किसी योजना से संबंधित प्रस्ताव पर भी निगम परिषद से स्वीकृति प्राप्त करना अनिवार्य है.
श्री पब्लिकेशन एंड स्टेाशनर्स द्वारा जमा किये गये दस्तापवेजों में कई खामियां, मेयर ने दी जानकारी:
-संबंधित एजेंसी से ऐसे कर्मचारियों के दस्तावेज की मांग की गई थी जो 12 माह से अधिक संबंधित फर्म में कार्यरत हो। लेकिन संबंधित एजेंसी द्वारा जमा किए गए दस्तावेज को खुली आंख से नहीं पढ़ा जा सकता.
-संबंधित एजेंसी ने गलत तरीके से टेंडर हासिल करने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट राहुल जैन का CV जमा किया गया है. राहुल जैन आर जैन एसोसिएट के नाम से पार्टनरशिप फर्म ऑपरेट करते हैं. उन्होंने घोषणा पत्र के माध्यम से कहा है कि उन्होंने अपना सिविक सिर्फ निविदा में भाग लेने के लिए श्री पब्लिकेशन एंड स्टेशनर्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया है. इससे यह स्पष्ट है कि राहुल जैन श्री पब्लिकेशन एंड स्टेशनर्स प्राइवेट लिमिटेड के नियोजन कर्मचारी नहीं है. संबंधित दस्तावेज के आधार पर 200 अंक देकर श्री पब्लिकेशन को लाभ पहुंचाया गया.
-श्री पब्लिकेशन ने अकाउंट के पद पर सर्वेयर शैलेंद्र का CV जमा किया है. सूडा ने एजेंसी को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दस्तावेजों की जांच किए बिना 100 अंक दिए हैं.
-श्री पब्लिकेशन ने वेब डिजाइनर के पद पर मनीष कुमार का CV जमा किया है. जबकि मनीष कुमार की डिग्री मास्टर इन कंप्यूटर मैनेजमेंट की है. सूडा ने संबंधित दस्तावेज की जांच किए बिना श्री पब्लिकेशन को 40 अंक दिया है.
-सिस्टम आईटी मैनेजर के पद पर श्री पब्लिकेशन ने राकेश कुमार का CV जमा किया है जबकि राकेश कुमार की शैक्षणिक योग्यता मास्टर इन कंप्यूटर डिप्लोमा है. सुडा व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से फर्जी दस्तावेज के आधार पर एजेंसी को 20 अंक दिया है.
-श्री पब्लिकेशन के कर्मचारियों की सूची का मिलान ईपीएफ और ईएसआईसी से कराने पर जानकारी मिली कि संबंधित कर्मचारी श्री पब्लिकेशन के नहीं है.
मेयर के तेवर तल्ख:
नगर आयुक्त के बैठक में नहीं आने पर मेयर आशा लकड़ा का तेवर शुक्रवार को भी तल्ख रहा. उन्हों ने कहा कि यह बैठक श्री पब्लिकेशन एंड स्टेशनर्स प्रालि के साथ किये गये एकरारनामे से संबंधित कानूनी व तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा करने को लेकर बुलायी गयी थी. लेकिन, नगर आयुक्त मुकेश कुमार बैठक में नहीं आये. जबकि, उनके उप नगर आयुक्त शंकर यादव समेत निगम के अन्य अधिकारी पहुंचे थे.