दरभंगा: बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सभी पार्टियां लोगों को लुभाने की कोशिशों में जुट गई हैं. इसी बीच कांग्रेस ने दरभंगा के जाले से मशकूर अहमद उस्मानी को टिकट दे दिया है. इसे लेकर हंगामा खड़ा हो गया है. दरअसल, उस्मानी पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रसंघ अध्यक्ष रहते हुए जिन्ना की तस्वीर को कमरे के अंदर लगाने का आरोप लगा था. उस समय जिन्ना का महिमामंडन करने को लेकर काफी बवाल भी हुआ था.
मशकूर अहमद को टिकट दिए जाने पर भाजपा नेता प्रेम रंजन पटेल ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी को कभी देश की एकता और अखंडता से मतलब नहीं रहा. उसने देश को विभाजित करने का काम करने वाले के समर्थक को टिकट दिया है. भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कांग्रेस से पूछा है कि कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं को देश को जवाब देना होगा कि क्या वे भी जिन्ना का समर्थन करते हैं?
वहीं जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि कोई भी पार्टी टिकट देते समय उम्मीदवार के चरित्र को जरूर देखती है पर कांग्रेस हमेशा विवादित लोगों को टिकट देती है. हालांकि कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार का बचाव किया है. पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि जब कोई मुद्दा नहीं मिलता तो भाजपा इसी तरह की बातें करती है. कांग्रेस नेता हरखू झा ने भाजपा और जदयू के बयानों पर पलटवार करते हुए उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दी.
उन्होंने कहा कि जो पार्टी गांधी के हत्यारे गोडसे का महिमामंडन करती है, उसे सदन भेजती है वो आज कैसे सवाल खड़े कर रही है. झा ने कहा कि उस्मानी ने कभी जिन्ना का महिमामंडन नहीं किया. महागठबंधन का नेतृत्व करने वाली राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है.
पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कांग्रेस के जाले उम्मीदवार के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. कांग्रेस ने सोच-समझकर ही उम्मीदवार तय किया होगा. हमारे लिए आज मुद्दा जिन्ना नहीं बल्कि बेरोजगारी, गरीबी और बिहार में किसानों की समस्या है.
बता दें कि कांग्रेस से टिकट पाए दरभंगा जिले के रहने वाले मशकूर अहमद 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रसंघ का चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने थे. तब वे जिन्ना की तस्वीर लगाने के मामले को लेकर चर्चित हुए थे.