झारखंड के राज्यसभा सदस्य समीर उरांव के ऊपर सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे इटकी थाना क्षेत्र के गडग़ांव में जानलेवा हमला हुआ. इस हमले में समीर उरांव बाल-बाल बचे. चलती स्कार्पियो में समीर उरांव को लक्ष्य कर पत्थरबाजी की गई. अपने स्कॉर्पियो में समीर जिस जगह बैठे थे उसके नीचे सात पत्थर लगे. SSP अनीश गुप्ता ने बताया कि घटना की सूचना मिली है, जिसका सत्यापन करवाया जा रहा है. जो भी दोषी होंगे, उनपर सख्त कार्रवाई होगी.
बताया जा रहा है कि सांसद समीर उरांव अपने सहयोगी कार्यकर्ता विनोद भगत, घसिया उरांव, पी ए आलोक उरांव व अंगरक्षक संतोष उरांव के साथ लोहरदगा से रांची लौट रहे थे. वे गुमला में भाजपा के सदस्यता अभियान के बाद लोहरदगा में बुधु भगत फुटबॉल प्रतियोगिता में शामिल होने के बाद रांची लौट रहे थे. बेड़ो से जैसे ही उनकी गाड़ी आगे बढ़ी, इटकी थाना क्षेत्र के गडग़ांव में बकरीद को लेकर जमा भीड़ वाले स्थान पर उनके वाहन पर पत्थरबाजी की गई.चिंगारी देखकर ऐसा लगा जैसे गोली चल रही हो.
Also Read This : श्वेता तिवारी ने पति पर किया केस, कहा- ‘बेटी को अश्लील तस्वीरें दिखाता है और करता है मारपीट’
राज्यसभा सांसद समीर उरांव के पीए आलोक उरांव ने बताया कि गाड़ी पर पत्थर लगने से चिंगारी निकली. लगा जैसे गोली चल रही है. वे लोग तेजी से गाड़ी भगाते हुए इटकी से पहले सिंह पेट्रोल पंप पहुंचे. गाड़ी से ही एसएसपी को इसकी सूचना दी, जिसके बाद इटकी व बेड़ो थाने की पुलिस भी सिंह पेट्रोल पंप पर पहुंच गई. पुलिस से कहा गया है कि वे देखें कि मामला क्या है.
समीर उरांव ने इटकी थाने में की लिखित शिकायत
सांसद समीर उरांव ने हमले की पुष्टि करते हुए जानलेवा हमला की संज्ञा दी है. उन्होंने इस घटना के लिए इटकी थाना प्रभारी की लापरवाही को जिम्मेवार ठहराया है. सांसद के अनुसार, गुमला के विविध कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वे रांची लौट रहे थे. गरगांव चौक पर भीड़ थी.अचानक पत्थरबाजी होने लगी. उन्हें ऐसा लगा कि गोली चल रही है. कुछ दूर जाने के बाद वाहन पर सात-आठ जगह पत्थर लगने के निशान दिखाई दिए. जानलेवा हमले के मामले में राज्य सभा सांसद समीर उरांव ने इटकी थाने में लिखित शिकायत की है. उन्होंने इस घटना के पीछे किसी साजिश की आशंका जताई है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है.