चेन्नई से आई डॉक्टरों की टीम ने किया क्लिनिकल रिव्यू शुरू
रांची: मेडिका अस्पताल में भर्ती झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की गंभीर हालत को देखते हुए सरकार की पहल पर चेन्नई से रविवार देर रात रांची पहुंची डॉक्टरों की टीम ने क्लिनिकल रिप्यू शुरू कर दिया है. वहीं परिजनों की ओर से सोमवार सुबह यह जानकारी दी है कि जगरनाथ महतो के स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिल रहे है, हालांकि अभी उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आग्रह पर मेडिका पहुंचने के बाद चेन्नई के डॉक्टरों ने रिम्स के क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ प्रदीप भट्टाचार्य और मेडिका के डॉ. विजय मिश्र के साथ अब तक किए गए उपचार और तमाम जांच रिपोर्ट की समीक्षा की. इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने देर रात से वार्ड में भर्ती शिक्षा मंत्री का क्लिनिकल रिव्यू करना शुरू किया. आज सुबह से फिर डॉक्टरों ने टीम जांच में जुटी है और कैसे मंत्री की हालत स्थिर किया जा सके, इस पर विकल्प तलाशे जा रहे हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से जगरनाथ महतो का फेफड़ा खराब हो गया है और इलाज कर रहे डॉक्टरों के लिए यह चिंता का सबब बना है. उनका फेफड़ा ट्रांसप्लांट की भी बात चल रही है, पर इसके लिए उनकी हालत का स्थिर होना जरूरी है. अब उन्हें कॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजन (एकमो) मशीन पर डाला जा सकता है, सामान्य भाषा में इसे कृत्रिम फेफड़ा कहा जाता है.
इससे पहले चाटर्ड प्लेन से रविवार की देर रात तीन डॉक्टर रांची पहुंचे. इनमें डॉ. अपर जिंदल, डॉ. मुरली कृष्ण और डॉ. जुनैद अमीन शमिल हैं. कृषि मंत्री बादल डॉक्टरों के इस दल को लेकर मेडिका अस्पताल पहुंचे.
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री 28 सितंबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद उन्हें रिम्स के कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया था. लेकिन सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए एक अक्तूबर को रांची स्थित मेडिका अस्पताल में शिफ्ट कराया गया. पिछले 20 दिनों से वे अस्पताल में भर्ती हैं.
रिम्स के डॉक्टरों के मुताबिक, स्थिति को देखते हुए शिक्षा मंत्री को हाई फ्लो ऑक्सीजन भी देना पड़ा है. अब उन्हें वेटिंलेशन पर रखा गया है. जगरनाथ महतो डुमरी से जेएमएम के विधायक हैं. वे लगातार चार बार चुनाव जीते हैं, 2019 में जीत के बाद हेमंत की सरकार में उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया है.