रवि सिंह,
UP: गोरखपुर 15 लाख रुपये उधार ना लौटाना पड़े इसके लिए टाइल्स के एक व्यापारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रापर्टी डीलर इंद्रासन की हत्या की थी. हत्याकांड का 24 घंटे के अंदर क्राइम ब्रांच और चौरीचौरा पुलिस ने न सिर्फ खुलासा किया बल्कि हत्या में शामिल चार आरोपितों को भी दबोच लिया है. हालांकि मुख्य आरोपित टाइल्स व्यापारी कन्हैया अभी पुलिस के हाथ नहीं आया है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
घटना का खुलासा करते हुए एसपी नार्थ अरविंद पाण्डेय ने बताया कि गोरखपुर-कुशीनगर फोरलेन पर बेलवा बाबू गांव के पास धान की खेत में सोमवार को प्रापर्टी डीलर इंद्रासन की लाश मिली थी. गला रेत कर हत्या के बाद शव को फेंक गया था. चिलुआताल थाना क्षेत्र के संझाई निवासी इंद्रासन प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था.
परिवारीजनों ने बताया कि रविवार की सुबह वह कन्हैया नामक व्यक्ति से रुपये लेने गया था. पुलिस ने जांच शुरू की सर्विलांस की मदद से पुलिस ने रमेश उर्फ रोशन,राकेश कुमार, रफीक और प्रवीण को गिरफ्तार किया. आरोपितों ने पूरी कहानी बताई.
उन्होंने बताया कि मोहरीपुर निवासी कन्हैया नामक व्यक्ति की नौतनवा में शिवम मार्बल्स और टाइल्स के नाम से दुकान है. इंद्रासन ने अपने सम्पर्क से कन्हैया को राजस्थान से 15 लाख का टाइल्स दिलाया था. इंद्रासन वह पैसा बार-बार मांग रहा था जबकि कन्हैया देने में आना-कानी कर रहा था. पैसा न लौटाने पड़े इसके लिए कन्हैया ने अपने चारों साथियों के साथ मिलकर इंद्रासन की हत्या की योजना बनाई.
कार में गला कसे और खेत में गला रेत कर ली जान
रविवार को पैसा देने के लिए कन्हैया बुलाया इंद्रासन कार से घर से निकला। कन्हैया उसे अपने साथ यह कहते हुए नौतनवा ले गया कि वहीं पर पैसा मिलेगा. दुकान पर काफी देर तक इंद्रासन बैठा रहा. प्लान के मुताबिक अन्य अभियुक्त रफीक, राकेश और रमेश कार के पीछे-पीछे नौतनवा तक गए. कन्हैया ने योजना बद्ध तरीके से बातचीत करते हुए इंद्रासन को अपने पास रोके रखा. तीनों साथी भी दुकान पर पहुंच गए और उन लोगों ने साथ खाना खाए और शराब पी. नौतनवा से रात के 10.30 बजे वहां से इंद्रासन निकला.
रमेश और कन्हैया उसके साथ कार में बैठ गए. रमेश आगे बैठा तो कन्हैया पीछे. वहीं रफी अपनी बाइक से कार के पीछे-पीछे चल दिया. शहर में राकेश भी उन्हें मिल गया. कन्हैया ने बताया कि पैसा चौरीचौरा में मिलेगा. कार से ही सभी चौरीचौरा के लिए निकल दिए. जगदीशपुर से आगे बढ़ने के बाद सन्नाटा देखकर कन्हैया ने इंद्रासन का गला कस दिया वहीं आगे बैठे रमेश ने स्टैयरिंग संभाल ली तथा कुछ दूर आगे जाकर कार रोक दी. इंद्रासन को सभी ने मिलकर खेत में ले जाकर गला रेत दिया. कन्हैया ने चाकू से इंद्रासन का गला रेत दिया. उन्होंने उसकी कार गुलरिहा में छोड़ दी और सभी घर चले गए. जबकि कन्हैया अपने एक परिचित प्रवीण को बुलाकर उसकी बाइक से फरार हुआ.
कन्हैया के विजिटिंग कार्ड से खुलासे के करीब पहुंची पुलिस.
धान की खेत में इंद्रासन का जहां शव मिला वहीं कन्हैया का विजिटिंग कार्ड भी गिरा मिल गया. उसकी दुकान का यह कार्ड था. पुलिस को इस कार्ड के जरिये न सिर्फ शव को पहचान में मदद मिली बल्कि हत्यारोपितों तक भी पुलिस आसानी से पहुंच गई. कार्ड पर कन्हैया का मोबाइल नम्बर और दुकान का पता भी लिखा था. इंद्रासन के परिवारीजनों ने भी यह बताकर कि कन्हैया नामक व्यक्ति से पैसा लेने इंद्रासन घर से निकला है उसके बाद तो पुलिस की दिशा भी तय हो गई. कन्हैया नहीं मिला लेकिन उसकी कॉल डिटेल से रविवार सुबह से लेकर देर रात तक सम्पर्क में आए लोगों को पुलिस ने ट्रेस कर लिया और गिरफ्तारी में आसानी हो गई.
गिरफ्तार किए अभियुक्त
रमेश उर्फ रोशन निवासी बेलवा रायपुर पोखरा टोला थाना गुलरिहा
राकेश कुमार निवासी महमूदाबाद थाना पिपराइच
रफीक निवासी महमूदाबाद थाना पिपराइच
प्रवीण कुमार निवासी नवापार थाना पिपराइच