संगीत सोम मेरठ में सरधाना से बीजेपी विधायक हैं जो अक्सर विवादों में रहते हैं। उनके ऊपर चल रहे 7 मुकदमों में 4 मुजफ्फरनगर के हैं। उनमें से दो मुकदमे 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बीजेपी विधायक संगीत सोम के खिलाफ 7 मुकदमे वापस लेने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चार जिलों के जिलाधिकारियों को खत लिखकर उनके मुकदमों पर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। संगीत सोम पर फर्जी वीडियो के जरिए मुजफ्फरनगर में दंगे भड़काने के आरोप हैं। सरकार मुजफ्फरनगर दंगों में कायम हुए 175 मुकदमों में से 70 मुकदमे वापस लेना चाहती है।
यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य इस बारे में कह चुके हैं कि सपा सरकार में जिन लोगों पर फर्जी केस किए गए थे उनके मुकदमे वापस हो रहे हैं। मौर्य ने कहा था, ‘हम समाजवादी पार्टी की सरकार की तरह किसी आतंकवादी पर से मुकदमा वापस नहीं ले रहे हैं। जिनको सपा सरकार के समय में तुष्टिकरण की घिनौनी राजनीति के अंतर्गत फंसाया गया था। जिनको फर्जी तरीके से फंसाया गया था, उसमें सरकार अगर कोई कार्रवाई कर रही है तो अपने अधिकार के अनुसार कर रही है।’
मुजफ्फरनगर दंगों के मुकदमे वापस लेने की सरकार की कोशिशों से विपक्ष नाराज है। सपा विधायक दल के नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा, ‘सरकार ये मुकदमे इसलिए वापस ले रही है क्योंकि उनको फिर दंगा करना है उन्हीं लोगों से। भारतीय जनता पार्टी का दंगा कराना एक मुख्य कार्यक्रम है। हिंदू मुसलमान का नारा देना, हिंदू मुसलमान को अलग करना और हिंदू मुसलमान को कराने के लिए उकसाना, ये भारतीय जनता पार्टी का काम है।’