रांची: झारखंड में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर भारतीय जनता पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एक-दूसरे पर निशाना साधा है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा है कि राज्य में पिछले दस महीनों में बलात्कार के 1200 से अधिक मामले सामने आ चुके है, लेकिन सरकार की शिथिलता के कारण अपराधियों को सजा नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि हर बार स्पीडी ट्रायल और फास्ट ट्रैक-कोर्ट की बात करने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बताना चाहिए कि इन्हें न्याय कब मिलेगा.
दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने आधिकारिक ट्विटर के माध्यम से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के इस आंकड़े को झूठा बताते हुए एनसीआरबी के आधिकारिक आंकड़े को पेश किया है. झामुमो की ओर से कहा गया है कि भाजपा के जंगलराज को साफ करने में थोड़ा समय तो लगेगा. पार्टी की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि जहां दलित, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की आवाज हाथरस की तरह दबा दी जाती थी, दीपक प्रकाश को यह नहीं दिखेगा, जब मंच पर बेटी के पिता को प्रताड़ित किया जा रहा था, तो यही निर्लज्जता के साथ मुंह भींचे खड़े रहे.
झामुमो की ओर से एक पुराने आंकड़े को भी जारी करते हुए बताया गया है कि नेशल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने साल 2019 के आंकड़े में यह बताया है कि फिरौती के लिए अपहरण में झारखंड देश में अव्वल है और सांप्रदायिक हिंसा में दूसरा स्थान है. वहीं पिछली सरकार में देह व्यापार के लिए सबसे ज्यादा नाबालिग झारखंड से बिकी. जबकि महिला घरेलू हिंसा में झारखंड दूसरे स्थान पर रहा, वहीं एसटी-एसटी केस के मामले में झारखंड दूसरे पायदान पर रहा.