सरला बिरला विवि: नये सत्र के विद्यार्थियों का हुआ स्वागत, ऑनलाइन प्रोग्राम शुरू
रांची: सरला बिरला विश्वविद्यालय में सत्र 2020-21 में नामांकित छात्रों के स्वागत में सात दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम ऑनलाइन माध्यम से प्रारम्भ किया जा चुका है. कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया.
कार्यक्रम में अतिथियों का परिचय एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ. रिया मुखर्जी के द्वारा किया, जबकि अतिथियों का स्वागत इंजीनियरिंग एंड अप्लाइड साइंस के डीन प्रो श्रीधर बी डांडिन के द्वारा किया गया.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) विजय कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय में नव नामांकित सभी छात्रों का स्वागत करते हुए तथा विवेकानंद के विभिन्न विचारों का उदाहरण देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य राष्ट्र, समाज एवं विश्व की आवश्यकता के अनुकूल योग्य नागरिक निर्माण करना है.
विश्वविद्यालय प्रबंधन सदैव विद्यार्थियों के सर्वांगीण व गुणात्मक व्यक्तित्व विकास के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ होकर कार्य कर रही है. बिरला ग्रुप का उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं अपितु ज्ञान, सामाजिक परिवर्तन के सकारात्मक वाहक के रूप में उपयुक्त मानव संसाधन विकसित करना है.
छात्रों को मधुमक्खी की तरह गुणग्राही बन प्राप्त अवसर व सुविधा का लाभ लेते हुए समाज व राष्ट्रहित के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए. आगे उन्होंने बताया कि सात दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम आज से शुरू हो रहा है जिस का समापन दो नवंबर को किया जाएगा.
विदित हो कि 7 दिनों तक चलने वाले इस इंडक्शन प्रोग्राम में प्रत्येक दिन यथा 28 अक्टूबर को पूर्व आईएस आदित्य स्वरूप का आर्ट ऑफ सक्सेस विषय पर व्याख्यान होगा. 29 अक्टूबर को प्रो स्वामिनी रिजु प्रज्ञा का योगा कर्मा एवं डॉ निर्मला भास्कर का योगा एंड लाइट एक्सरसाइज विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया है.
आगामी 30 अक्टूबर को आरा विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. एसपी सिंह का वैल्यू ऑफ एथिक्स विषय पर व्याख्यान होगा एवं 31 अक्टूबर को बीआईटी सिंदरी के डायरेक्टर प्रो. डीके सिंह द्वारा लाइफ स्किल मैनेजमेंट विषय पर आख्यान प्रदान किया जाएगा.
2 नवंबर को इंडक्शन प्रोग्राम का समापन किया जाएगा, जिसमें चिन्मया मिशन के स्वामी माधवानंद, आई आई एम रांची के प्रो रेखा सिंघल, विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. प्रदीप वर्मा के व्याख्यान होंगे. उपरोक्त सभी व्याख्यानों का उद्देश्य अपने छात्र-छात्राओं को विभिन्न जीवनोपयोगी गुणों एवं व्यवहारों से परिचित कराना है.
इंजीनियरिंग एंड अप्लाइड साइंस के डीन प्रो. श्रीधर बी डांडिन ने गीता के कर्मयोग के मंत्र का उदाहरण देते हुए जीवन में सफल होने के लिए लगन, मेहनत तथा कर्तव्यनिष्ठ होने की प्रेरणा प्रदान की.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी सह प्रभारी कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा, कुलसचिव डॉ. विजय कुमार सिंह, मुख्य वित्त पदाधिकारी नरहरी दास, कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रबंधक मनीष कुमार, डीन आईडी एंड सीएस प्रो संजीव बजाज, डीएसडब्लु प्रो राहुल वत्स, डॉ. राधा माधव झा, डॉ. पार्थ पॉल, डॉ. संजीव कुमार सिन्हा, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. सुभांकर घटक, प्रो. अशोक अस्थाना, प्रो. मेघा सिन्हा, डॉ. अमृता सरकार, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. पिंटू दास, डॉ. पूजा मिश्रा, प्रो. राकेश रोशन, प्रो. कारण प्रताप सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार होता, भारद्वाज शुक्ल, प्रवीण कुमार, सुभाष नारायण शाहदेव, राहुल रंजन सहित सभी छात्र -छात्राएं उपस्थित थे.