चाईबासा: कोरोना वायरस संक्रमण के संकट काल में सिंहभूम (कोल्हान) प्रमंडल सहित राज्य के छात्र-छात्राओं को झारखंड अधिविद्य परिषद के पाठ्यक्रम पर आधारित नवाचार के तहत प्रारंभ किए गए ऑनलाइन शिक्षण सामग्री से संबंधित यूट्यूब चैनल “जोहार पाठशाला” का ट्रायल लोकार्पण आयुक्त कार्यालय स्थित सभागार में प्रमंडलीय आयुक्त डॉ मनीष रंजन के कर कमलों से संपन्न हुआ.
इस अवसर पर सभागार में पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, जिले के अपर उप समाहर्ता जावेद हुसैन, पश्चिमी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर, सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी सुशील कुमार, पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित प्रमंडल के तीनों जिले के विषयवार चयनित शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा वीडियो निर्माण के दायित्व का निर्वहन कर रहे निदेशक जितेंद्र ज्योतिष एवं उनके टीम के सदस्य उपस्थित रहे.
नवाचार के तहत प्रारंभ किए गए ऑनलाइन व्यवस्था में छात्र-छात्राओं को पाठ्यक्रम आधारित उच्च क्वालिटी के वीडियो के साथ-साथ विषयों से संबंधित पीडीएफ फाइल, वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं कैरियर गाइड लाइन की सामग्री के अलावे अपना विचार रखने की व्यवस्था भी उपलब्ध करवाई गई है, जिससे वीडियो में व्याप्त खामियों को दूर करते हुए इसे एक बेहतर ऑनलाइन मार्गदर्शक के रूप में प्रयोग किया जा सके.
लोकार्पण के अवसर पर प्रमंडलीय आयुक्त के द्वारा वीडियो निर्माण में लगे सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया गया एवं जानकारी दी गई कि अपने पदस्थापना के उपरांत वैश्विक महामारी के संकट काल में प्रमंडल के छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाने हेतु यह नवाचार संचालित करने का प्रयास किया गया है जिसमें पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल सहित सभी व्यक्ति का योगदान सराहनीय रहा.
उन्होंने कहा कि जोहार पाठशाला का मुख्य उद्देश्य है, कि क्लास 9th, 10th, 11th, 12th के बच्चे जो कोविड-19 के कारण अपनी क्लासेस नहीं कर पा रहे हैं उनके लिए संपूर्ण पाठ्यक्रम घर पर ही ऑनलाइन क्लास के माध्यम से उपलब्ध कराया जाए.
उन्होंने कहा कि तीनों जिलों के शिक्षक शिक्षिका द्वारा तैयार किए गए वीडियो की गुणवत्ता भी उत्तम है, जिसमें सभी पाठ्यक्रम को शामिल किया गया है, जिसे पढ़कर बच्चे आसानी से आगामी वर्ष होने वाले 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा लिख सकते हैं.
जोहर पाठशाला में वीडियो क्लासेज के साथ-साथ कैरियर गाइडेंस और आसान भाषा में पीडीएफ भी उपलब्ध कराया गया है साथ ही साथ मॉडल प्रश्न-उत्तर सेट और पिछले 10 वर्षों का प्रश्न उत्तर का सेट भी उपलब्ध कराया गया है ताकि बच्चे आसानी से पाठ्यक्रम को आत्मसात करे सकें.
विदित रहे कि प्रमंडलीय आयुक्त के पद पर पदस्थापित भारतीय प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी डॉ. मनीष रंजन विदेश से शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं अतः उनकी हार्दिक इच्छा है कि यहां के बच्चों को भी विदेशों की भांति शिक्षा प्राप्त हो तथा पदस्थापित तिथि से ही प्रमंडलीय आयुक्त ऑनलाइन सामग्री तैयार कराने के लिए लगातार प्रयासरत रहे, जिसके परिणाम स्वरूप 50 दिनों में बेहतर शिक्षण सामग्री तैयार हो पाया है.
पदस्थापना के उपरांत कोल्हान क्षेत्र के बारे में अध्ययन करने के पश्चात उन्हें महसूस हुआ कि शिक्षा के क्षेत्र में एक ठोस पहल करने की आवश्यकता है तथा लॉकडाउन के समय बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इस हेतु ऑनलाइन शिक्षण सामग्री वेबसाइट पर उपलब्ध रहे.
उनका मानना है कि ट्राइबल बच्चों में काफी प्रतिभा छुपी रहती है बस उन्हें एक शिक्षक या आकर्षक शिक्षण सामग्री प्रदान करने की आवश्यकता है तथा प्रमंडल अंतर्गत सभी बच्चों का यह अधिकार है उन्हें अच्छी शिक्षा मिले.