नई दिल्ली: हाईकोर्ट में तनिष्क के विज्ञापन पर हुए विवाद के बाद याचिका दायर कर सांप्रदायिक कलह से जुड़ी विषय वस्तु और नफरत भरे भाषणों के प्रकाशन और प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की गई है. इस विज्ञापन में अंतर धार्मिक दंपती को दिखाया गया था. इस याचिका में समाचार चैनलों के नियमन का आग्रह किया गया है. याचिका वकील असगर खान की ओर से दायर की गई है.
याचिका में कहा गया है कि टाटा ज्वेलरी ब्रांड के विज्ञापन से यह स्पष्ट निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि इसका उद्देश्य दो धार्मिक समुदायों के बीच एकता और भाईचारे की भावना को दर्शाना था. इस विज्ञापन को लेकर विवाद होने पर तनिष्क ने इसे हटा लिया था. समाचार चैनल सुदर्शन टीवी ने 12 अक्तूबर को अपने कार्यक्रम ‘बिंदास बोल’ में विज्ञापन को ‘विज्ञापन जिहाद’ बताकर नफरत फैलाने का प्रयास किया था.
उन्होंने कहा दावा किया कि सुदर्शन टीवी ने केबल एवं टेलीविजन नेटवर्क्स (नियमन) कानून की कार्यक्रम संहिता का उल्लंघन किया है. इसके तहत किसी भी ऐसे कार्यक्रम का प्रसारण नहीं किया जा सकता, जिससे धर्म या समुदाय पर हमला हो या जिनमें धार्मिक समुदायों की भावना को ठेस पहुंचाने वाले दृश्य या शब्दों का प्रयोग किया जाए.
समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाली विषय वस्तु एवं विज्ञापनों पर रोक लगाने के लिए व्यवस्था बनाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को देने की मांग की गई है. टीवी चैनलों को संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की गई कि ऐसी व्यवस्था बनाएं जिसमें समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाली विषय वस्तु एवं विज्ञापनों पर रोक लगाई जा सके.