रांची : झारखण्ड कांग्रेस में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. डॉ अजय के खिलाफ लगातार आवाज उठ रही है इस बीच प्रदेश कांग्रेस में उभरे इस अन्तर्कलह पर विराम लगाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने कड़े कार्रवाई करने और इस विवाद को दूर करने का बीड़ा उठाया है और प्रदेश कांग्रेस से एक सप्ताह में उन नेताओं की रिपोर्ट मांगी है, जिसने अनुशासन को तार तार किया है. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए ऐसा निर्णय लिया है.
झारखण्ड में लोकसभा चुनाव के परिणाम ने कांग्रेस को हिला कर रख दिया है. चुनाव परिणाम के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय को हटाने की मांग तेज हुई. साथ ही समीक्षा बैठक के दिन जमकर हंगामा भी हुआ इन सबके बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने झारखण्ड में अब तक हुई घटनाक्रम की रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस से मांगी है. जिसमें नेताओं द्वारा किये गए बयानबाजी या किये गए प्रदर्शन की जानकारी प्रदेश कांग्रेस को देने को कहा गया है, जिसके आधार पर पार्टी कोई एक्शन ले सकती है.
झारखण्ड कांग्रेस का मानना है कि पार्टी के कई बड़े नेताओं ने ही इस तरह की बयानबाजी की है. जिससे पार्टी को नुकसान हो रहा है. कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने कहा है कि अब पार्टी में कोई भी अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं होगी और नेता चाहे जितना भी बड़ा हो उसपर एक्शन होगा.
डॉ अजय कुमार के शनिवार को प्रदेश कार्यालय आने के बाद से प्रदेश कांग्रेस रेस नजर आने लगी है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि कांग्रेस ने जो रिपोर्ट मांगी है, क्या उसके आधार पर पार्टी कोई कदम उठा पाएगी. क्योंकि इस दायरे में बड़े नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष के गुट के नेता भी शामिल हैं.