मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने हाल ही में लगान रसीद को निर्गत करने में मानकी मुंडा की भूमिका को महत्व दिलाया है। मुख्यमंत्री का अभिनंदन मानकी मुंडा बंधुओं ने गजमाला पहनाकर किया। जिले के मानकी मुंडा संघ के अध्यक्ष श्री गणेश पिंगुवा ने मंच से मुख्यमंत्री का साधुवाद किया साथ ही कुछ अन्य मांगें भी सूबे के मुखिया के समक्ष रखीं। कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री के साथ जिले के मानकी- मुंडा एवं स्थानीय स्कूली छात्र-छात्राओं ने सामूहिक रूप से भोजन भी ग्रहण किया।
ज्ञातव्य है कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में वर्ष 1836 में अंग्रेज सरकार के साथ असुरा मानकी के साथ बैठक में प्रस्तावित हुकुकनामा मानकी-मुण्डा प्रथा का आधार है। हाल के वर्षों में रसीद काटने की प्रक्रिया आॅनलाईन की गई थी, लेकिन समाज के विकास में मानकी मुंडा की महत्ता को देखते हुये माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के द्वारा पुनः इस जिले के साथ पूरे राज्य में लगान वसूली के इनके अधिकार को वापस किया गया है। एवं इनके मानदेय राशि को दोगुना कर सरकार के द्वारा इन्हें प्रोत्साहित भी किया गया है। सरकार यह जानती है कि क्षेत्र के विकास में इनकी महती भूमिका है।