रांची: सरला बिरला विश्वविद्यालय में चल रहे सात दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम के चतुर्थ दिवस के प्रथम सत्र में वैल्यू एंड एथिक्स विषय पर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. (डॉ.) एस.पी सिंह ने अपना आख्यान प्रस्तुत किया. विश्वविद्यालय में नव नामांकित छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, जिंदगी में लाख बाधाएं आएं पर हमें सदैव उसका साहस व विवेकपूर्ण मुकाबला करना चाहिए. विद्यार्थी जीवन में आदर्शों का पालन भावी जीवन की तैयारी के लिए अति उपयोगी है.
आगे उन्होंने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय मानवता व अंतरराष्ट्रीय तथा विश्व बंधुत्व को बढ़ावा देना हैजिससे संपूर्ण राष्ट्र के प्रति मानवीय संवेदना विकसित की जा सके. शिक्षा का उद्देश्य ही मानव निर्माण करना है जिसके अंतर्गत नैतिकता, सच्चरित्रता, ईमानदारी व मानव के प्रति संवेदनाएं हों. शिक्षा का मुख्य उद्देश्य मानव व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास है.
उन्होंने कहा कि हिम्मत वाले का कोई काम नहीं रुकता, और जिसके कर्म अच्छे होते हैं वही जीवन में उपलब्धियों को हासिल करता है. उन्होंने कहा कि सरला बिरला विश्वविद्यालय शिक्षा जगत में एक देदीप्यमान सूर्य की भांति है जो सदैव गुणवत्ता युक्त शिक्षा की किरणों से समाज को प्रकाशित कर रहा है.
कार्यक्रम में अतिथि का स्वागत, परिचय व कार्यक्रम का संचालन एसोसिएट प्रोफेसर डॉ संदीप कुमार ने किया. कार्यक्रम अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर संजीव कुमार के द्वारा किया गया.
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में लरर्निंग एंड अनलर्निंग बिफोर एंड आफ्टर ग्रेजुएशन विषय पर प्रिंसिपल डाटा इंजीनियरिंग , यूनाइटेड हेल्थ ग्रुप, यूएसए के प्रोफेसर सुधाकर जोशी द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया गया.
उन्होंने लर्निंग एंड अनलर्निंग के विभिन्न विधियों, परिस्थितियों पर विशद चर्चा की. साथ ही चैलेंजिस एंड अपॉर्चुनिटी ऑफ बिजनेस डेवलपमेंट पोस्ट कोविड विषय पर अदानी पावर लिमिटेड , झारखंड के हेड श्री अमृतांशु प्रसाद द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया गया.
उन्होंने करियर को कैसे बेहतर बनाया जाए इसके ऊपर सविस्तार प्रकाश डाला.
उक्त कार्यक्रम का संचालन फिफ्थ सेमेस्टर की छात्रा अंजलि अग्रवाल द्वारा किया गया. अतिथि का स्वागत डॉ अदिति सिंह द्वारा किया गया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अमृता सरकार द्वारा प्रस्तुत किया गया.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो (डॉ) विजय कुमार सिंह, प्रो श्रीधर बी डांडिन, प्रो संजीव बजाज, प्रो राहुल वत्स, डॉ राधा माधव झा, डॉ पार्थ पॉल, प्रो शुभंकर घटक, प्रो अशोक अस्थाना, प्रो करण प्रताप सिंह, डी अंबा, भारद्वाज शुक्ल, प्रवीण कुमार, आदित्य रंजन, दिलीप कुमार महतो सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.