इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कश्मीर मामले पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी कि अगर इस क्षेत्र में मुस्लिमों पर अत्याचार हुआ तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के स्वतंत्रता दिवस को ‘काला दिवस’ के तौर पर मनाया। भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को रद्द करने के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।
क्रिकेटर से राजनेता बने प्रधानमंत्री खान ने ट्विटर पर लिखा, “जम्मू एवं कश्मीर में 12 दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है। पहले से ही भारी सैन्य तैनाती के बाद वहां अतिरिक्त सैनिक लगाए गए हैं। संचार के साधन पूरी तरह से ठप हैं।” इस दौरान उन्होंने गुजरात में मुसलमानों का सफाया करने का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला।
उन्होंने लिखा, “क्या दुनिया जम्मू-कश्मीर में चुपचाप स्रेब्रेनिका की तरह नरसंहार देखेगी, जहां मुसलमानों का सफाया किया जाएगा। मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चेतावनी देता हूं कि अगर ऐसा हुआ तो मुस्लिम देशों में इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे।”
बता दें कि खान ने बुधवार को कश्मीरियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस मनाया था।
पीओके के मुजफ्फराबाद की विधानसभा के एक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए खान ने कहा था कि नई दिल्ली की ओर से की जाने वाली किसी भी गलती पर इस्लामाबाद की ओर से ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा।