महत्वाकांक्षी जिले पलामू के विभिन्न संकेतक को लेकर हुई समीक्षात्मक बैठक
मेदिनीनगर:- उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में महत्वाकांक्षी जिले पलामू में विकास के विभिन्न संकेतक की समीक्षा की गई. इस दौरान जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन तथा बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की समीक्षा हुई.
बैठक में मौजूद एडीएफ अक्षय चौहान एवं चितवन ने बताया कि अगस्त 2020 में पलामू जिले को महत्वकांक्षी जिले के सूची में 69 वां स्थान प्राप्त हुआ है. नीति आयोग द्वारा जारी किए गए रैंकिंग में शिक्षा के क्षेत्र में पलामू को दसवां स्थान प्राप्त हुआ है. अगस्त 2020 के रिपोर्ट के अनुसार पलामू में जन्म के दौरान लिंगानुपात में बढ़त देखने को मिला है. नीति आयोग द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट में अगस्त 2020 के अनुसार 1000 लड़कों के विरुद्ध 1023 लड़कियों का जन्म हुआ है. वही जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार जिले के सभी 2561 स्कूलों में शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा को उपलब्ध कराया जा चुका है. वही सितंबर 2020 तक जिले में 67942 सॉइल हेल्थ कार्ड बनाया जा चुका है.
इसके अलावा बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत जिले के 205 ग्राम पंचायतों में इंटरनेट कनेक्टिविटी दी जा चुकी है. वही सितंबर 2020 तक जिले के 96.39प्रतिशत ऑल वेदर रोड प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाए जा चुके हैं. वही 2020 में जिले को 51601 पक्का मकान बनाने का लक्ष्य दिया गया था. दिए गए लक्ष्य के विरुद्ध अगस्त 2020 तक 49046 पक्के के मकान जिले में बनाये जा चुके हैं.
बैठक में उपायुक्त व जिला दंडाधिकारी से शशि रंजन ने कहा कि नीति आयोग द्वारा जारी किए गए रैंकिंग में सुधार लाने के लिए पदाधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें. स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन तथा बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास से ही पलामू महत्वाकांक्षी जिलों की सूची में अच्छा रैंक ला सकेगा.
बैठक में इनकी रही मौजूदगी
बैठक में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शशि रंजन के अलावा सहायक समाहर्ता -सह-प्रशिक्षु आईएएस दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर, सिविल सर्जन डॉक्टर जॉन एफ कैनेडी, अपर समाहर्ता सुरजीत कुमार सिंह, डीआरडीए निदेशक स्मिता टोप्पो, सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी आफताब आलम, एडीएफ अक्षय चौहान तथा चितवन सहित अन्य मौजूद थे.