BNN DESK: करवा चौथ हर साल कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और गृहस्थी में सुख शांति के लिए करवा माता की पूजा करती हैं और करवा चौथ का व्रत रखती हैं. करवा चौथ को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. करवा चौथ को दशरथ चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. ऐसी कथा और मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव संग देवी पार्वती और गणपति की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और आनंद की वृद्धि होती है.
करवा चौथ पूजा मुहूर्त संयोग
चतुर्थी तिथि के स्वामी विघ्नहर्ता गणेशजी है. जिससे इस दिन व्रत करने से भगवान गणेश व्रतियों के जीवन में आने वाले विघ्नों को हर लेते हैं. इस बार संयोग से बुधवार के दिन चतुर्थी तिथि आई है जिससे इस तिथि का महत्व कई गुणा हो गया है क्योंकि बुधवार के स्वामी भी भगवान गणेश माने जाते हैं. इस पर सोने पर सुहागा यह है कि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि नाम शुभ योग भी रहेगा. ऐसे में व्रतियों की मनोकामना पूर्ण होने का योग प्रबल है.
इस व्रत में व्रती सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जल व्रत रखते हैं, यानी चंद्र दर्शन से पहले जल भी नहीं पीते हैं. चंद्रमा के उदित होने पर छन्नी में दीप रखकर उगते हुए चंद्रमा के दर्शन करते हैं. इसलिए व्रतियों को चंद्रोदय का बेसब्री से इंतजार रहता है. चंद्रमा भी यह जानते हैं कि आज उनके इंताजार में व्रती पूजा की थाल लिए बैठे हैं इसलिए कई बार दर्शन देने में बड़ा इंतजार करवाते हैं और व्रतियों के सब्र का इम्तिहान लेते हैं. आइए देखें इस वर्ष चंद्रमा आपके शहर में कब दर्शन देंगे और आप कब व्रत खोल पाएंगे.
करवा चौथ पर चंद्र दर्शन का समय
- दिल्ली में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 12 मिनट
- मुंबई में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 52 मिनट
- अमृतसर में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 15 मिनट
- लखनऊ में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 2 मिनट
- अहमदाबाद में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 45 मिनट
- आगरा में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 13 मिनट
- गाजियाबाद में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 11 मिनट
- देहरादून में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 5 मिनट
- कानपुर में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 6 मिनट
- चंडीगढ़ में करवा चौथ का चांद दिखेगा 8 बजकर 9 मिनट