जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज: जब आसमान में बादलों की गड़गड़ाहट हो रही हो, मूसलाधार वर्षा हो रही हो, अंधेरी रात में बिजली चमक रही हो ऐसे समय मे भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण का जन्म होता है अर्थात जब जीवन में अंधेरा फैला हो, चारों ओर निराशा का वातावरण हो, आपत्ति की बरसात हो रही हो तो ऐसे समय मे प्रभु कृष्ण का जन्म होता है. ये बातें प्रयागराज के बलापुर में हो रहे साप्ताहिक भागवत कथा के पांचवें दिन चित्रकूट से पधारे कथा व्यास परीक्षित महाराज ने श्रोताओं के समक्ष कहा.
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान विष्णु के अवतार हैं. भगवान विष्णु सर्व पापहारी, पवित्र और समस्त मानव जाति को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं. आचार्य जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण सभी दृष्टिकोण से पूर्णावतार हैं. इसलिये वे सर्वश्रेष्ठ उद्धारक व समाज सुधारक कहे जाते हैं. उनके ध्यान व पूजन से मनुष्य के सभी विकार दूर हो जाते हैं. भागवत कथा में प्रमुख रूप से रंजन त्रिपाठी, अजय मिश्रा, नवल किशोर पाण्डेय, कृपा शंकर तिवारी, विजय गुप्ता, राजेंद्र शुक्ल, महेशानंद पाण्डेय सहित गांव के लोग मौजूद रहे.