रांची: भाजपा के विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि समझ में नहीं आया कि अचानक से राज्य सरकार को क्या हो गया. अभी हर कोई चाहता है कि निष्पक्ष जांच हो खास कर झारखंड जैसे राज्य में, जहां सरकार पर ही संदेह है. अगर कुछ गलत हो रहा है तो विपक्ष होने के नाते हम उसका विरोध करेंगे. जनता ने हमें अधिकार दिया है, लेकिन जिसका अधिकार गड़बड़ी को रोकने का है, वही लोग बता रहे हैं कि गड़बड़ी हो रही है, वह भी बड़े अफसरों के संरक्षण में. राज्य में जितनी भी गड़बड़ियां हो रही है, वह राज्य सरकार के संरक्षण में हो रही है. वे शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
मरांडी ने कहा कि सरकार सीबीआई को लेकर भयभीत नजर आ रही है. कुछ महीने पहले कोलकाता में सीबीआई का रेड पड़ा था, जहां से एक डायरी मिली थी. शायद हेमंत सोरेन को पता चल गया होगा कि सीबीआई उनके घर तक नहीं पहुंचे, इसलिए उन्होंने उसे रोकने के लिए आनन-फानन में आदेश जारी कर दिया.
जो सरकार बार-बार कहती है कि हम करप्शन की जांच करेंगे, वहीं दूसरी ओर जांच को ही बाधित करने की कोशिश कर रही हैं. इससे बिल्कुल स्पष्ट होता है कि मामला गड़बड़ है. दाल में कुछ काला है. अगर सरकार पाक साफ है तो किसी भी जांच एजेंसी से जांच कराने के लिए तैयार रहे. सरकार और अपने लोगों को बचाने के लिए ये सारी कवायद चल रही है.
सरकार को उस आर्डर को वापस लेना चाहिए. सरकार की घबराहट ही बता रही थी कि मामला कुछ गंभीर है. सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए और किसी भी जांच एजेंसी को रोकना नहीं चाहिए. तभी लोकतंत्र के शासन में पारदर्शिता आ पाएगी.
जब से झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यूपीए गठबंधन की सरकार बनी है, तब से लॉ एंड आर्डर बिगड़ती जा रहा है. नक्सली हिंसा भी बढ़ती जा रही है. पूर्व में जब बीजेपी की सरकार थी, सभी लोग मान रहे थे कि झारखंड अब शांत हो गया है. उग्रवादी भी शांत हो रहे हैं, लेकिन जैसे ही यूपीए गठबंधन में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी, वैसे ही घटनाओं में वृद्धि हुई है. इतना ही नहीं अब बहुत शहर में भी दस्तक देना शुरू कर दिया है. शहर के इलाकों में पोस्टरबाजी करना और लोगों से पैसों की मांग करना सामान्य बात हो गई है.
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उग्रवादी और अपराधी के बीच सांठगांठ के मामले भी सामने आए. उन्होंने एक अखबार के संपादक पर किए गए हमले का उदाहरण दिया. उग्रवादी और अपराधी के बीच गठजोड़ किस राज्य के लिए अलार्ममिंग सिचुएशन है.
उन्होंने कहा कि सीता सोरेन भ्रष्टामचार के बारे में वर्णन किया कि किस प्रकार से अवैध क्रशर चल रहे हैं. कितने पत्थर की खदानें चल रही है और किस प्रकार से ट्रकों को भी पार किया जाता है. नोट में उसका नंबर लिख लिखकर. इस प्रदेश में लॉ एंड आर्डर बिगड़ रहा है. अपराध और उग्रवाद की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है. उसका प्रमुख कारण यह है कि जिनका काम लॉ एंड ऑर्डर संभालना था. वह अब पैसे वसूलने में लग गए हैं. पुलिस का काम लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने का होता है, लेकिन सरकार ने सारे पुलिस प्रशासन को पैसे वसूलने में लगा दिया है.