त्रिपुरा: यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या के मद्देनजर त्रिपुरा के महाराजा बीर बिक्रम एयरपोर्ट को बहुत जल्द नया टर्मिनल बिल्डिंग मिलने जा रहा है. एयरपोर्ट का मौजूदा टर्मिनल बिल्डिंग पर क्षमता से अधिक भार है. एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार भी संभव नहीं था, इसलिए 438 करोड़ रुपये की लागत से नए टर्मिनल बिल्डिंग को बनाने का फैसला लिया गया था.
30 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में तैयार किए जा रहे इस एयरपोर्ट में यात्रियों को कई आधुनिक सुविधाएं मिलेगी. इस बिल्डिंग में 20 चेक इन काउंटर्स, 4 पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिजेज, कंवायर बेल्ट्स सहित कई आधुनिक जन सुविधाएं भी होगी. टर्मिनल बिल्डिंग को इतना बड़ा बनाया जा रहा है कि पिक ऑवर में 1000 घरेलू और 200 विदेशी यात्रियों को बड़े आराम से हैंडल किया जा सके. यानी आसानी से 30 लाख सालाना यात्रियों को हैंडल करने में यह टर्मिनल बिल्डिंग सक्षम है. इसके अलावा एयरपोर्ट में एक समय में 6 एयरक्राफ्ट की पार्किंग करने की क्षमता वाली एप्रन का भी निर्माण किया जा रहा है.
स्थानीय कला, संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर से यात्रियों को पहचान कराने के लिए नए टर्मिनल बिल्डिंग में इसकी आकृतियां उकेरी जाएगी. नया टर्मिनल बिल्डिंग इकोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर, कला और बिल्डिंग टेक्नोलॉजी के मिश्रण का नायाब नमूना यात्रियों को देखने को मिलेगा. ऊर्जा संरक्षण के लिए इस बिल्डिंग में एडवांस्ड इंटेलिजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है. कल्चरल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए टर्मिनल बिल्डिंग में बांस का इस्तेमाल किया गया है. यही नहीं बिल्डिंग में ट्राइबल आर्ट को भी पर्याप्त स्थान दिया गया है.
पूरे टर्मिनल बिल्डिंग में स्कल्पचर, जाली का काम, फर्नीचर और म्यूरल्स के रूप में स्थानीय आर्ट और क्राफ्ट का डिस्प्ले होगा. जैसा कि आप जानते है कि जाली एक पारम्परिक परिचित डिज़ाइन फ़ीचर है जिसका इस्तेमाल बड़े बड़े किलो और महलों के निर्माण में किया जाता था. इससे बिल्डिंग में पूरे दिन अधिक से अधिक प्राकृतिक रोशनी मिल पाएगी.