दुमका: समाहरणालय सभागार में उपायुक्त राजेश्वरी बी की अध्यक्षता में मनरेगा के तहत क्रियान्वित विभिन्न योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में मुख्यतः दीदी बाड़ी योजना सोक पिट, कंपोस्ट पिट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की समीक्षा की गयी.
उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि 22000 लाभुकों को दीदी बाड़ी योजना का लाभ दिलाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने एवं ग्रामीण परिवारों की पोषण की आवश्यकता को पूरा करने हेतु मनरेगा एवं राज्य आजीविका मिशन (जेएसएलपीएस) के सहयोग से मनरेगा अंतर्गत दीदी बाड़ी योजना का क्रियान्वयन करने का निर्णय किया गया है.
जिसके अंतर्गत ग्रामीण अपनी बाड़ी (घर के आसपास की जमीन में) अपने परिवार के पोषण की आवश्यकता के अनुसार 1 डिसमिल, 2 डिसमिल, 3 डिसमिल, 5 डिसमिल में इस योजना का क्रियान्वयन कर सकते हैं. साथ ही इस योजना का क्रियान्वयन भूमिहीन ग्रामीणों के द्वारा भी 2 से 5 लोगों के समूह में सार्वजनिक जमीन पर ग्राम सभा के अनुमति से किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जेएसएलपीएस के एसएचजी के माध्यम से लाभुकों का चयन किया जायेगा. उन्होंने आदेश दिया है कि योजना की स्वीकृति प्राप्त करते हुए कार्य प्रारंभ करना सुनिश्चित करें.
उन्होंने कहा कि मनरेगा अथवा 15वीं वित्त आयोग के अभिसरण से निर्मित सोक पिट, कंपोस्ट पिट एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर के कार्यों को तेजी से पूरा किया जाए, ताकि निर्धारित समय में लक्ष्य को पूरा किया जा सके.
ज्ञात हो कि सोक पिट के लिए 7480, कंपोस्ट पिट के लिए 7480 तथा रैन वाटर हरबेस्टिंग स्ट्रक्चर के लिए 1030 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना एवं भीमराव अंबेडकर आवास योजना की प्रगति की भी समीक्षा की और निर्देश दिया कि किस्तों का हस्तांतरण एवं लंबित आवासों को पूर्ण करने का कार्य तेजी से किया जाए.
बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ संजय सिंह, जिला योजना पदाधिकारी अरुण कुमार द्विवेदी, सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, परियोजना पदाधिकारी चंद्रशेखर पांडेय, बीपीओ, ब्लॉक कॉर्डिनेटर सहित जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी उपस्थित थे.