नई दिल्ली: केबीसी 12 में अब तक दो महिलाएं 1 करोड़ रुपए जीत चुकी हैं. हाल ही आईपीएस मोहिता शर्मा ने एक करोड़ रुपए जीते थे. केबीसी को इसके बाद तीसरा करोड़पति भी मिल गया है. केबीसी में 1 करोड़ जीतने वालीं तीसरी महिला हैं छत्तीसगढ़ की अनूपा दास. केबीसी के प्रोमो में उनकी छोटी सी स्टोरी दिखाई पड़ती है, लेकिन यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि अनूपा दास की संघर्ष की कहानी आखिर क्या है…
अनूपा दास छत्तीसगढ़ के बस्तर में सरकारी शिक्षिका हैं. वह तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं और उनका तलाक हो चुका है. वह शहर से सटे आसना हायर सेकंडरी स्कूल में भौतिकी की व्याख्याता हैं. उनके पिता दिनेश चंद्र दास ज्योतिषाचार्य हैं. माता सरस्वती दास बैंक से सेवानिवृत्त हैं. अनूपा केबीसी में उनके इलाज के लिए धन जुटाने की बात कहती हैं. वह कुछ समय से कैंसर से पीड़ित हैं.
2019 में मां को कैंसर होने की बात सामने आने पर परिवार की चिंता बढ़ गईं. इसके बाद इलाज पर काफी पैसे खर्च हो चुके हैं. इस साल फरवरी में अनूपा मां सरस्वती दास को इलाज के लिए मुंबई लेकर गईं. मार्च में पूरे देश में लॉकडाउन लग गया. वहां मां-बेटी किराए का कमरा लेकर रहने को मजबूर हो गई. वहीं केबीसी में जाने के लिए प्रयास करने की सोची.
मां का इलाज कराने के बाद कुछ समय पहले ही मां-बेटी अनलॉक-4 में जगदलपुर लौटी हैं. अनूपा दास ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पंचपथ चौक स्थित कन्या शाला में शुरू की. मिडिल स्तर से हायर सेकंडरी तक की पढ़ाई महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल जगदलपुर से पूरी करके पीजी कालेज धरमपुरा से उन्होंने भौतिकी में एमएससी की डिग्री हासिल की. वे दिल्ली यूपीएससी की तैयारी के लिए गई थीं.
बस्तर की बेटी के केबीसी में एक करोड़ रुपये जीतने की उपलब्धि हर कोई बेहद खुश है. केबीसी में हॉट सीट तक पहुंचने वाली वे बस्तर संभाग की अब तक की पहली प्रतिभागी हैं. अनूपा का शो 25 नवंबर को रात 9 बजे प्रसारित होगा.