रामलला के मुख्य पुजारी और 8 दूसरे पुजारी और कर्मचारियों के वेतनमान में इजाफा किया गया है। मु्ख्य पुजारी सत्येंद्र दास का वेतन अब 13 हजार रुपए कर दिया गया है। जबकि दूसरे पुजारियों और कर्मचारियों की तनख्वाह में 500 रुपए की वृद्धि हुई है। अब पुजारी और कर्मचारियों को 7,500 रुपए से 10 हजार रुपए तक वेतन दिया जाएगा। इसके अलावा रामलला के भोग के लिए भी 800 रुपए बढ़ाए गए हैं। अयोध्या के डिविजनल कमिश्नर ने बताया कि रामलला को मिलने वाला मासिक भत्ता भी 26,200 से बढ़ाकर 30 हजार रुपए कर दिया गया है। 1992 के बाद पहली बार रामलला के पुजारी और स्टाफ के वेतन में इतनी वृद्धि हुई है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में अस्थायी राम मंदिर के पुजारी और कर्मचारियों के भत्ते को बढ़ाने का फैसला किया था। अयोध्या के मंडलायुक्त मनोज मिश्रा ने अस्थायी मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को भत्तों में वृद्धि का आश्वासन दिया था। आचार्य सत्येंद्र दास हाल ही में भत्ते में अपर्याप्त वार्षिक वृद्धि पर नाराजगी व्यक्त करने के लिए मिश्रा से मिले थे।
रामलला को चढ़ने वाले पूरे चंदे के रिसीवर अयोध्या के कमिश्नर हैं। अयोध्या के कमिश्नर ने IANS से कहा था, ‘प्रसाद’ के लिए वार्षिक भत्ता, जो रोजाना मंदिर में पूजा अर्चना के बाद चढ़ाया जाता है, उपयुक्त रूप से बढ़ा दिया जाएगा। प्रधान पुजारी ने कहा कि आयुक्त ने इस मुद्दे पर गौर करने और भत्ता बढ़ाने का आश्वासन दिया था।
मुख्य पुजारी के वेतन में एक हजार रुपए प्रति माह बढ़ा दिया गया है। इससे मुख्य पुजारी ने नाखुशी जताई है। जबकि स्टाफ के अन्य आठ सदस्यों के वेतन में 500 रुपए प्रति माह ही बढ़ाया गया है। सत्येंद्र दास ने IANS से कहा, ‘यह अपर्याप्त है और हमने अपने भत्ते में पर्याप्त वृद्धि की मांग की है।’