नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 354.51 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में उद्योगपति रतुल पुरी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया.
रतुल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे हैं.पुरी मोजरबेयर के पूर्व कार्यकारी निदेशक भी रह चुके हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रतुल पुरी और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.
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बता दें रतुल पुरी 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले की जांच के दायरे में भी हैं. लेकिन अब ED ने उन्हें बैंक घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है. इससे पहले ED ने अदालत में ये बात भी कही थी रतुल पुरी अगस्ता वेस्टलैंड के मामले में जांच से बच रहे हैं. हालांकि पुरी ने अपने खिलाफ गैर जमानती वारंट रद्द करने के लिए कोर्ट में याचिका भी दायर की थी.
जांच एजेंसी ने पुरी की इस याचिका का विरोध कर कहा है कि उसने कई बार पुरी को बुलाया था लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए. पुरी के वकील विजय अग्रवाल ने दावा किया है कि पुरी जांच में सहयोग करना चाहते हैं लेकिन एजेंसी उनके प्रति निष्पक्ष नहीं रही है.
अग्रवाल ने बाताया, “वो ED के साथ जांच में शामिल होना चाहते हैं लेकिन ED ने उन्हें ईमेल भेज दोपहर एक बजे बुलाया, जो कि ठीक नहीं है. कोई व्यक्ति इतने कम समय के नोटिस में जांच में कैसे शामिल हो सकता है. फिलहाल अदालत ने पुरी की याचिका पर अपना आदेश 21 अगस्त कर के लिए सुरक्षित रख लिया है.”