बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया है कि, देश में खासकर एससी, एसटी, ओबीसी व अपरकास्ट समाज के करोड़ो गरीबों की आर्थिक हालत लगातार काफी ज्यादा खराब बनी हुई है। इस सम्बंध में केन्द्र व राज्य सरकारों से मांग है कि वे इन पीड़ित व उपेक्षित वर्गों पर विशेष ध्यान दे तथा गरीबी उन्मूलन आदि योजनाओं का सही लाभ उन्हें उपलब्ध कराए। मायावती ने समाज में दलित और पिछड़े वर्गों के आर्थिक हालातों पर चिंता जाहिर की है। मायावती ने केंद्र और राज्य सरकारों से इन पीड़ित और उपेक्षित वर्गों की ओर विशेष ध्यान देने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी नौकरियों में आरक्षण कोटे के रिक्त पदों को विशेष अभियान चलाकर भरने की मांग भी की है।
साथ ही आगे उन्होंने कहा कि, इसके अलावा, केन्द्र व सभी राज्य सरकरों से भी यह मांग है कि इन वर्गों के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण कोटे के रिक्त पड़े लाखों पदों को विशेष अभियान चलाकर पूरा करे ताकि इनकी आर्थिक स्थिति में थोड़ा सुधार आ सके। देशहित में भी ऐसे कदम उठाने बहुत जरूरी हैं।
बसपा सुप्रीमो ने अपने पिछले ट्वीट में देश की आर्थिक मंदी पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने लिखा था कि, देश में व्यापक बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई, अशिक्षा, स्वास्थ्य, तनाव/हिंसा आदि की चिन्ताओं के बीच अब आर्थिक मन्दी का खतरा है, जिससे देश पीड़ित है। व्यापारी वर्ग भी काफी दुःखी व परेशान है। छटनी आदि के उपायों के बाद वे आत्महत्या तक को मजबूर हो रहे हैं। केन्द्र इसे पूरी गंभीरता से ले।
मायावती के इस ट्वीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने पलटवार करते हुए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति अच्छी है। लेकिन मायावती जरूर आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं।