कांग्रेस कार्यकर्ता सदर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ रात से ही बैठे हैं धरने पर
चतरा: चतरा में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था व कुव्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस तथा इंटक के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है. राज्य सभा सांसद प्रतिनिधि सह इंटक जिला अध्यक्ष नसरुद्दीन अंसारी के नेतृत्व में दर्जनों नेता व कार्यकर्ता देर रात से सदर अस्पताल में धरने पर बैठे हैं. दरअसल आक्रोशित इंटक नेताओं ने सिविल सर्जन अरुण पासवान व सदर अस्पताल के चिकित्सकों पर मरीजों के ईलाज में लापरवाही व मनमानी का गंभीर आरोप लगाया है. कहा है कि कई वर्षों से कुछ भ्रष्ट अधिकारी आज भी महत्वपूर्ण पदों पर बने हुए हैं. जो अपनी नीति व लापरवाही से सरकार का नाम बदनाम कर रहे हैं. इंटक नेताओं का आरोप है कि एक ओर जहां स्वास्थ्य मंत्री खुद अपना इलाज सरकारी अस्पताल में करा रहे हैं ताकि समाज में यह मैसेज जाए कि सरकारी अस्पतालों में भी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो चुकी है. लेकिन चतरा के सिविल सर्जन व कुछ डॉक्टर सरकार के उद्देश्यों पर पानी फेरने पर तुले हैं.
गौरतलब है कि बैजनाथ भुंइया नामक एक सख्स रविवार की शाम सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. जिसकी सूचना इंटक व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सिविल सर्जन को देते हुए मौके पर एंबुलेंस भेजने की अपील की थी. लेकिन पहले करीब एक घंटे तक तो सिविल सर्जन ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा, लेकिन जब उठाए भी तो मौके पर एंबुलेंस को नहीं भेजा. जिसके बाद घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए इंटक कार्यकर्ताओं द्वारा उसे ऑटो से अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं घंटो बीत जाने के बाद भी न तो मरीज को सुई दी गई और न दवाई. जिससे नाराज इंटक नेताओं ने सिविल सर्जन पर भरष्टाचारी और पैरवीकारों की बात सुनने का आरोप लगाया. कहा कि अस्पताल में कुव्यवस्था का आलम है, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है. इंटक नेताओं ने कहा है कि जब तक लापरवाह सिविल सर्जन व चिकित्सकों पर कार्रवाई नहीं होगी वह धरने से नहीं उठेंगे.