कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से मुलाकात के बाद बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है. डॉक्टरों ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान कर दिया है. बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों के बीच राज्य सचिवालय में बैठक हुई थी. बैठक में जूनियर डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में उन्हें हो रही दिक्कतों से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अवगत कराया था. पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव, राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और राज्य के अधिकारी, 31 जूनियर डॉक्टर बनर्जी के साथ बैठक में मौजूद रहे. केवल दो क्षेत्रीय न्यूज चैनलों को राज्य सचिवालय में बनर्जी और जूनियर डॉक्टरों के बीच हुई बैठक को कवर करने की अनुमति दी गई थी. ममता बनर्जी ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार ने किसी भी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है. वहीं बैठक में जूनियर डॉक्टरों के ज्वाइंट फोरम ने मुख्यमंत्री से कहा, ‘कहा काम करते हुए हमें डर लगता है, एनआरएस के डॉक्टरों से मारपीट करने वालों को ऐसी सजा दी जाए जो दूसरों के लिए उदाहरण हो.’
Junior doctors of NRS hospital, Kolkata announce that they are calling off the strike. pic.twitter.com/OGVbtToORH
— ANI (@ANI) June 17, 2019
मोदी सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए नया कानून लाने की कोशिश शुरू की
सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ‘हमने पर्याप्त कदम उठाए हैं, एनआरएस अस्पताल में हुई घटना में कथित तौर पर लिप्त पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’ उन्होंने कहा कि जो घटना हुई उसका उन्हें दुख है और सरकार डॉक्टरों की चिंता दूर करेगी. मुख्यमंत्री ने जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक में उनके प्रस्ताव के मुताबिक पश्चिम बंगाल के सभी अस्पतालों में शिकायत निपटारा इकाइयों के गठन का निर्देश दिया. ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की जिसके जवाब में डॉक्टरों ने कहा कि वह साथियों से बात करने के बाद ही इस पर कोई फैसला लेंगे.
डॉक्टरों के साथ बैठक में ममता बनर्जी ने कहा, ‘आपकी चिंता दूर करेंगे’
दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) स्थित ट्रामा सेंटर में रविवार की देर रात मरीज के अटेंडेंट द्वारा डॉक्टर के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है. डॉक्टर का आरोप है मरीज के अटेंडेंट ने दुर्व्यवहार करने के साथ गाली-गलौज भी की. एम्स ट्रामा सेंटर में बीती रात हुई घटना के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि जब कोई घायल मरीज अस्पताल आता है तो फिजिशियन की ड्यूटी होती है कि गंभीर मरीज को देखने के बाद उन्हें देखा जाए.
AIIMS के डॉक्टर का दावा: मरीज के अटेंडेंट ने जान से मारने की दी धमकी
आरडीए के प्रमुख डॉ. अमरिंदर सिंह मलही ने कहा, ”ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मरीज की गंभीर स्थिति नहीं थी, लेकिन मरीज के अटेंडेंट ने शराब पी रखी थी जिसने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और कहा, अगर तुम इसे अभी नहीं देखेगो तो मैं तुम्हें मार दूंगा.” इसी वजह से एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को दोपहर 12 बजे से लेकर मंगलवार सुबह 6 बजे तक हड़ताल पर रहने का फैसला लिया. एम्स के डॉक्टरों ने सुबह 8 से 9 बजे तक पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की मांग के समर्थन में मार्च भी किया. फिलहाल अस्पताल में केवल आपातकालीन सेवाएं ही उपलब्ध रहेंगी.