रांची: झारखंड में मार्च 2020 तक छह लौह अयस्क खदान समेत कुल15 खदानों की नीलामी की जायेगी। इन खदानों में बॉक्साइट के तीन , कॉपर के एक, चूना पत्थर के दो, ग्रेफाईट के दो, आयरन ओर के छह और चूना पत्थर के एक खदान शामिल हैं। कॉपर एवं चूनापत्थर की निलामी की प्रक्रिया सितंबर में शुरू होगी। बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में झारखंड राज्य भूतात्विक कार्यक्रम पर्षद की 23वीं बैठक में खान सचिव अबुबकर सिद्दिख बोल रहे थे।
2020 तक कई आयरन ओर खदानों के होंगे लीज समाप्त
खान सचिव अबुबकर सिद्दीख ने कहा कि मार्च 2020 में कई लौह अयस्क खदानों के लीज समाप्त होंगे। उन्होंने मार्च 2020के पहले ही नीलामी की प्रक्रिया पूरी करने का उन्होंने निर्देश दिया। कहा कि तैयारी पहले ही की जाये ताकि तत्काल नीलामी आरंभ की जा सके। राज्य के समग्र विकास के लिए अधिक से अधिक नीलामी योग्य खनिज ब्लॉक तैयार करें। नये खनिजों की खोज करें।
भूतात्वि अन्वेषण कार्यों की भी समीक्षा
बैठक में सत्र 2018-19 में विभिन्न अन्वेषण एजेंसियों के द्वारा राज्य में किये जा रहे भूतात्विक अन्वेषण कार्यों की समीक्षा की गई। सत्र 2019-20 में किये जाने वाले भूतात्विक अन्वेषण कार्यक्रमों पर पर्षद की स्वीकृति प्रदान की गयी। निदेशक भूतत्व ने जीएसआइ एवं एमइसीएल को मिनरल आॅक्शन रूल 2015 तथा मिनरल रूल 2015के अनुसार नीलामी योग्य खनिज ब्लॉक उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। जीएसआइ के महानिदेशक ने अभ्रक तथा बॉक्साइट खनिज बाहुल्य क्षेत्रे में रेयर अर्थ एलीमेंट की जांच विशेष रूप से कराने का परामर्श दिया। भूतत्व निदेशालय के द्वारा लघु खनिज के लगभग 60 खनिज ब्लॉक तैयार किये गये हैं जिनके नीलामी की प्रक्रिया की जा रही है। बैठक में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के उप महानिदेशक जनार्दन प्रसाद,आईबीएम के अनुपम नंदी,वन विभाग,पेयजल स्वच्छता विभाग,एमईसीएल, एनएमडीसी, एएमडी,सीजीडब्लूबी,ओएनजीसी,टाटा स्टील,जेएसपीएल,बीआईटी मेसरा के प्रतिनिधि उपस्थित थे।