मध्य प्रदेश में एटीएस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े एक नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। सतना से एटीएस ने टेरर फंडिंग मामले में 5 लोगों को हिरासत में लिया है। जांच के बाद इन आरोपियों के मोबाइल में करीब 13 पाकिस्तानी नंबर मिले हैं। फिलहाल एटीएस इनसे पूछताछ कर रही है। आरोपी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के इशारे पर काम कर रहे थे। इनका काम टेरर फंडिंग करना था। ये यहां अपने नेटवर्क को और मजबूत बनाने में भी जुटे थे। हालांकि आधिकारिक रूप से इन बातों की कोई पुष्टि नहीं है क्योंकि अभी मामले की जांच जारी है।
टेरर फंडिंग के मामले को लेकर पिछले दिनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश के कई हिस्सों में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। खासकर जम्मू-कश्मीर में एनआईए ने कई ठिकानों पर छापेमारी की। हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त होने का शक में एनआईए ने यह छापेमारी की थी।
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में एनआईए ने जमात-उद-दावा, दुखतारन-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जम्मू-कश्मीर के दूसरे अलगाववादी समूहों के खिलाफ फंड जुटाने को लेकर 20 मई 2017 को एक मामला दर्ज किया था। एनआईए ने 13 आरोपियों पर इस संदर्भ में आरोप-पत्र दाखिल किया । इसमें अलगाववादी नेता, हवाला कारोबारी और पत्थरबाज शामिल हैं।