नई दिल्ली: भारत में जनसंख्या का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है. 2027 के करीब चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन सकता है. भारत की जनसंख्या में 2050 तक 27.3 करोड़ की वृद्धि हो सकती है. इसके साथ ही भारत शताब्दी के अंत तक दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बना रह सकता है. संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग पॉपुलेशन डिविजन ने द वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट 2019 हाइलाइट्स (विश्व जनसंख्या संभावना) मुख्य बिंदु प्रकाशित किया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 30 वर्षों में विश्व की जनसंख्या दो अरब तक बढ़ने की संभावना है. 2050 तक जनसंख्या के 7.7 अरब से बढ़कर 9.7 अरब तक पहुंच जाने का अनुमान है.
बता दें दो साल पहले संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी 2017 की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट में अनुमान लगाया था कि भारत की जनसंख्या लगभग 2024 तक चीन से आगे निकल जाएगी. 2015 में अनुमान लगाया था कि भारत 2022 तक चीन की तुलना में अधिक आबादी वाला बन जाएगा. फिलहाल चीन 143 करोड़ और भारत 137 करोड़ लोगों के साथ लंबे समय से दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश बने हुए हैं. इन दोनों ही देशों में वैश्विक जनसंख्या की क्रमश: 19 और 18 फीसदी आबादी शामिल है.
नई दिल्ली: भारत में जनसंख्या का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है. 2027 के करीब चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन सकता है. भारत की जनसंख्या में 2050 तक 27.3 करोड़ की वृद्धि हो सकती है. इसके साथ ही भारत शताब्दी के अंत तक दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बना रह सकता है. संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग पॉपुलेशन डिविजन ने द वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट 2019 हाइलाइट्स (विश्व जनसंख्या संभावना) मुख्य बिंदु प्रकाशित किया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 30 वर्षों में विश्व की जनसंख्या दो अरब तक बढ़ने की संभावना है. 2050 तक जनसंख्या के 7.7 अरब से बढ़कर 9.7 अरब तक पहुंच जाने का अनुमान है.
बता दें दो साल पहले संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी 2017 की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट में अनुमान लगाया था कि भारत की जनसंख्या लगभग 2024 तक चीन से आगे निकल जाएगी. 2015 में अनुमान लगाया था कि भारत 2022 तक चीन की तुलना में अधिक आबादी वाला बन जाएगा. फिलहाल चीन 143 करोड़ और भारत 137 करोड़ लोगों के साथ लंबे समय से दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश बने हुए हैं. इन दोनों ही देशों में वैश्विक जनसंख्या की क्रमश: 19 और 18 फीसदी आबादी शामिल है.