राजस्थान, मध्य प्रदेश में सैकड़ों पक्षियों की मौत से हड़कंप
रांचीः बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए झारखंड सरकार भी अलर्ट पर है. राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद राज्य सरकार भी सचेत हो गई है. सरकार ने सभी जिलों में पक्षियों की गैर-प्राकृतिक मौत की सूचना पशुपालन विभाग को देने और विसरा का सैंपल लैब भेजने को कहा है.
रांची के बिरसा एग्रीकल्चर कॉलेज के डॉक्टर सुशील प्रसाद ने कहा कि अब तक झारखंड में बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं पाया गया है. लेकिन पड़ोसी बंगाल से आने वाले पक्षी मुसीबत बढ़ा सकते हैं. अगर किसी भी मुर्गी पालक के यहां 10 से अधिक मुर्गी मरती है तो तुरंत वेटरनरी के डॉक्टर से संपर्क करें और उसकी जांच कराएं.
वायरस बांग्लादेश देश से होते हुए भारत में प्रवेश करता है, खासकर बंगाल जैसे राज्यों से मुर्गियों के आयात के कारण बर्ड फ्लू की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में चिकन खाने से लोगों को परहेज नहीं करनी चाहिए लेकिन हां सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए.
वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश में दस्तक के बाद झारखंड, हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. बर्ड फ्लू के नाम से पहचाने जाने वाली यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 के कारण होती है, जिसकी चपेट में आकर पक्षी तो दम तोड़ ही देते हैं. साथ ही यह इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है. इससे जान जाने का भी खतरा है.
बर्ड फ्लू के कहर को देखते हुए केंद्र समेत राज्य सरकारों ने भी अलर्ट जारी कर दिया है. मध्य प्रदेश के इंदौर में करीब 50 कौओं के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इंदौर में तीन दिन पहले 50 कौओं के शव मिले थे. इनके बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसे लेकर संबंधित निकाय अलर्ट पर हैं.
कहां कितने मामले-
राजस्थान की राजधानी जयपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक से अधिकारियों के भी हाथ-पांव फूल गए हैं. अब तक झालावाड़ में 100, कोटा में 47, बारां में 72, पाली में 19 और जयपुर के जलमहल पर 10 कौए सहित प्रदेश भर में 245 कौओं की मौत हो चुकी है.
कौओं की मौत से हरकत में आई पशुपालन विभाग की कोटा संभाग की टीम जांच करने झालावाड़ पहुंची. जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सैनिटाइज भी कराया. साथ ही सभी मृत कौओं को प्रोटोकॉल के मुताबिक गड्ढे खोदकर जलवाया भी, जिससे इलाके में संक्रमण का खतरा नहीं हो.
वहीं हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पोंग डैम सेंक्चुरी में भी 1700 प्रवासी पक्षियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है, जिससे अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. अधिकतर पक्षियों की मौत जगमोली, गुगलाडा में हुई है.
हालांकि अधिकारियों का कहना है कि विभिन्न इलाकों के 15 सैंपल्स जांच के लिए भेजे गए हैं. कुछ दिनों में बैक्टीरियल, पैथोजेन और वायरल रिपोर्ट्स मिल जाएंगी. तब तक हम बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं कर सकते. लेकिन आशंका है कि यह फ्लू है क्योंकि पक्षी काफी तादाद में मर रहे हैं.
क्या हैं लक्षण और इंसानों के लिए कैसे खतरनाक-
बर्ड फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं जैसे सांस लेने में समस्या, उल्टी होने का एहसास, बुखार, नाक बहना, मांसपेशियों, पेट के निचले हिस्से और सिर में दर्द रहना. यह बीमारी इंसानों में मुर्गियों और संक्रमित पक्षियों के बेहद पास रहने से होती है. यह वायरस इंसानों में आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है.
एवियन इन्फ्यूएंजा वायरस काफी खतरनाक होता है और यह इंसानों की जान तक ले सकता है. इसलिए डॉक्टर अकसर सलाह देते हैं कि अगर बर्ड फ्लू का संक्रमण इलाके में फैला है तो नॉनवेज खरीदते वक्त साफ-सफाई रखें और संक्रमित एरिया में मास्क लगाकर ही जाएं.