फलक शमीम
रांची :प्याज़ के बिना कोई भी सब्ज़ी अधूरी है . जिस कारण लोग बाजार से प्याज़ लेना नहीं भूलते . वैसे तो , बरसात के दिनों में सब्जियों के भाव आसमान छूने लगते है . जिसका सामना हर परिवार को करना पड़ता है . फ़िलहाल प्याज के कीमतों में हुए इजाफ़े ने तो जैसे लोगो को रुलाना शुरू कर दिया है . हर दिन प्याज़ की कीमतें बढ़ रही है . इसकी रफ्तार कंहा थमेगी यह कोई नही बता रहा .
बीएनएन भारत की टीम ने स्थानीय सब्जी मंडियों में प्याज की कीमतों का ज्याजा लिया . बाजार में प्याज़ 35 से 40 रुपये किलो तक बिक रहा है . बतया जा रहा है की प्याज़ का उत्पादक राज्य कर्नाटका , महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश के मंडी में प्याज की कीमतें एक सप्ताह में दोगुनी हो गई हैं .
रांची के उपर बाजार मंडी के आढ़तियों की मानें तो कीमत में उछाल आने का कारण बारिश और बाढ़ है . कई राज्यों में लगातार बारिश से प्याज और अदरक की फसलें बर्बाद हो गई हैं.
ऐसे में आवक में कमी होने के कारण इनकी कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है. प्याज़ के थोक विक्रेता अमित ने बताया कि प्याज और अदरक की अधिकतर आवक महाराष्ट्र, कर्नाटक, नासिक के अलावा कई अन्य राज्यों से है . जहां लगातार बारिश के कारण फसलें खराब हो गई है .
राजधानी रांची में गृहणियां सब्ज़ी को जायकेदार बनाने के लिए प्रतिदिन प्याज़ का इस्तेमाल करती है . अब घरों में प्याज कम आ रहा है . इससे रसोई का जायका बिगड़ने लगा है . थोक विक्रेताओं के अनुसार रांची में नासिक , कर्नाटक और आंध्रप्रदेश से 25 ट्रक प्रतिदिन प्याज़ लाया जाता है . यानी 350 टन राजधानी की प्याज़ की ख़पत प्रतिदिन है . चाहे घर की बात करें या फिर रेस्त्रां की . हालांकि बाजार में प्याज़ की कोई कमी नही है . फिर भी बढ़टी कीमतों ने सबको परेशान कर रखा है.